भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत की मुश्किलें बढ़ती हुई दिख रही हैं। टिकैत समेत कुल 12 किसान नेताओं के खिलाफ हरियाणा में एफआईआर दर्ज की गई है। इन सभी पर कोरोना महामारी के कारण लागू धारा 144 के उल्लंघन का आरोप है।
इन किसान नेताओं ने 1 मई को हरियाणा में एक महापंचायत आयोजित की थी। प्रदेश में धारा 144 लागू होने के बावजूद इनके द्वारा महापंचायत आयोजित किए जाने को लेकर इनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसके बाद इन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
की जाएगी कार्रवाईः पुलिस
पुलिस ने बताया कि इन किसान नेताओं को महापंचायत आयोजित करने से मना किया गया था। इसके बावजूद इन्होंने कानून का उल्लंघन कर महापंचायत का आयोजन किया। इसलिए इन पर कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
आंदोलन जारी रखने की घोषणा
मिली जानकारी के अनुसार इन्होंने राज्य के धुराली गांव में महापंचायत आयोजित की थी। इस दौरान राकेश टिकैत ने एक बार फिर कहा था कि वे केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
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टिकैत ने साधा सरकार पर निशाना
एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद टिकैत ने कहा है कि उन्होंने अपने सभी नेताओं को कोरोना के नियमों का पालन करने को कहा था। टिकैत ने उल्टा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार ने अस्पतालों में ठीक से प्रबंध नहीं किए हैं, इसलिए मरीज भटक रहे हैं।
26 नवबंर 2020 से आंदोलन जारी
बता दें कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के साथ ही फसलों के न्यूनतम समर्थक मूल्य को लेकर कानून बनाने के लिए 26 नवंबर 2020 से ही दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं। अब तक सरकार के साथ इनकी 11 दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया है।