मुंबई सत्र न्यायालय में 29 अप्रैल को सांसद नवनीत राणा तथा उनके पति रवि राणा (राणा दंपत्ति) की जमानत याचिका पर सुनवाई 30 अप्रैल तक के लिए टल गई। राणा दंपत्ति को राजद्रोह तथा सरकारी कामकाज में अड़चन डालने के मामले में 23 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था।
सरकारी वकील ने किया जमानत का विरोध
मुंबई सेशन कोर्ट में 29 अप्रैल को सरकारी वकील प्रदीप घरत ने इस मामले में पुलिस का रिप्लाई पेश किया। इसके बाद प्रदीप घरत ने न्यायालय को बताया कि नवनीत राणा पर पहले ही 6 और रवि राणा पर 17 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन दोनों की पृष्ठभूमि आपराधिक रही है। साथ ही दोनों ने लोगों की भावनाओं को भड़का कर राज्य में धार्मिक तनाव पैदा करने तथा पुलिस के कामकाज में अड़चन डालने का प्रयास किया है। सरकारी वकील ने कहा कि अगर दोनों को जमानत दी गई तो ये फिर से समाज में तनाव पैदा करने और मामले की छानबीन को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे।
राणा दंपत्ति ने दी ये दलील
राणा दंपत्ति के वकील आबाद पांडा ने कहा कि दोनों आरोपित जनप्रतिनिधि हैं। अगर इन्हें जमानत दी गई तो वे कहीं फरार नहीं हो सकते। इसलिए इन दोनों को जमानत दी जानी चाहिए। लेकिन सेशन कोर्ट ने अति व्यस्तता की वजह से इस मामले की सुनवाई 30 अप्रैल तक के लिए टाल दिया है।