महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख का त्यागपत्र राज्यपाल ने मंजूर कर लिया है। उन्होंने सोमवार दोपहर को अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपा था। जिसके पश्चात सीएम ने इस त्यागपत्र को राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेज दिया था। अनिल देशमुख ने लिखा था कि वे जांच होने तक अपने पद पर बने रहना नहीं चाहते।
सोमवार सबेरे ग्यारह बजे न्यायालय ने आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की प्राथमिक जांच सीबीआई के माध्यम से कराने का आदेश दिया। इस प्रकरण में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त ने गृह मंत्री अनिल देशमुख पर सहायक पुलिस निरिक्षक सचिन वाझे (अब निलंबित) के माध्यम से सौ करोड़ रुपए की धन उगाही करवाने का आरोप लगाया था। इस संदर्भ में परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र दिया था। इसके पश्चात ही गृह मंत्री का त्यागपत्र लिये जाने की चर्चा शुरू हो गई थी। विपक्ष में बैठी भारतीय जनता पार्टी ने तत्काल त्यागपत्र की मांग की थी जिसे उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बल मिल गया।
इसका दबाव देखते हुए अनिल देशमुख ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। अब मुख्यमंत्री के पास ही गृह विभाग की जिम्मेदारी रहेगी।
विवादों का महाविकास
राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार में विवादों का एक के बाद एक विकास होता रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मंत्री धनंजय मुंडे पर आचरण संबंधी आरोप लगने के बाद शिवसेना कोटे से मंत्री संजय राठोड के चरित्र को लेकर आरोप लगे। इसमें एक युवती ने आत्महत्या भी कर ली थी। जिसके कारण संजय राठोड को अपना पद भी छोड़ना पड़ा। इसके बाद यह दूसरा मामला है जिसमें महाविकास आघाड़ी सरकार के मंत्री को अपना पद छोड़ना पड़ा है।
ये हो सकते हैं गृहमंत्री
गृह मंत्री का खाता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास है। इसलिए अब राकांपा से अगला नेता कौन इस पद पर बैठता है इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है। हिंदुस्थान पोस्ट ने 21 मार्च 2021 को ही ये समाचार बताया था कि राकांपा के वरिष्ठ नेता दिलीप वलसे पाटील अगले गृह मंत्री हो सकते हैं। अब अनिल देशमुख के त्यागपत्र के बाद सभी की दृष्टि दिलीप वलसे पाटील की ओर टिकी हुई हैं। हालांकि, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
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