मनपा घोटालों की होगी जांच, शिवसेना सत्ताकाल की योजनाओं पर सीएजी की नजर

मुंबई महानगर पालिका में पच्चीस वर्षों तक शिवसेना की सत्ता रही है। इस काल में भाजपा भी लगभग बीस वर्ष सहयोगी दल के रूप में साथ थी।

140

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बुधवार को कहा कि मुंबई नगर निगम (मुंबई) में हुए घोटाले की गहन जांच की जाएगी। इसके तहत मुंबई नगर निगम में सीएजी का विशेष ऑडिट भी करवाया जाएगा। इस जांच की परिधि में अधिकारी और कर्मचारियों को लाया जाएगा।

इन योजनाओं की होगी जांच
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि सभागृह में कई विधायकों ने कोरोना उपचार सेंटर में हुए घोटाले, सडक की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए हैं। इनकी जांच कराई जाएगी। इस संबंध में आश्रय योजना में भ्रष्टाचार की भी जांच की जाएगी। मुंबई नगर निगम के कर्मचारी अपनी कंपनियां शुरू करते हैं और काम करते हैं। इसकी जांच शहरी विकास विभाग के माध्यम से की जाएगी और वह भी समयबद्ध तरीके से। जांच महज दिखावा नहीं हो सकती। नगर निगम को समयबद्ध तरीके से यह जांच करने के लिए कहा जाएगा।

ये भी पढ़ें – महाराष्ट्रः लड़कियों के धर्मांतरण का सामने आया रेट कार्ड, विधान सभा में विधायक नितेश राणे ने‌ उठाया मुद्दा, की ये मांग

धारावी पुनर्विकास पर बनेगी बात
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, मुंबई नगर निगम में सीएजी का विशेष ऑडिट किया जाएगा। सरकार ने आवास क्षेत्र में पुनर्विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। रुके हुए प्रोजेक्ट को देखते हुए राज्य सरकार कई विकल्पों पर काम कर रही है। धारावी पुनर्विकास परियोजना एक बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए रेलवे का सहयोगी है। इसके लिए 800 करोड़ रुपये का भुगतान रेलवे को किया गया। कुछ मुद्दों पर केंद्र से बातचीत चल रही है। 30 तारीख तक फैसला हो जाएगा। धारावी पुनर्विकास परियोजना जैसे ही 30 तारीख तय होगी, नए सिरे से निविदाएं आमंत्रित कर परियोजना को गति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट एशिया का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा। हमने तय किया है कि 29,000 सफाई कर्मचारियों के घरों को मालिकाना हक दिया जाएगा। पिछली सरकार ने कहा था कि उन घरों को मालिकाना हक के तौर पर नहीं दिया जाना चाहिए।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.