क्या मेंढर-सूरनकोट है दूसरा कारगिल? इक्कजुट्ट जम्मू ने मांगी केंद्र सरकार से सफाई

जम्मू कश्मीर में केंद्रीय गृहमंत्री का तीन दिनों का दौरा बुधवार को समाप्त हुआ। उन्होंने राज्य की सुरक्षा परिस्थिति, विकास परियोजनाओं की समीक्षा की।

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जम्मू कश्मीर के पुंछ में 17 दिनों से सेना का ऑपरेशन चल रहा है। इस कार्रवाई पर किसी को कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। इसको लेकर अब इक्कजुट्ट जम्मू ने मांग की है कि केंद्र सरकार स्पष्ट करे कि क्या यह दूसरा कारगिल है?

इक्कजुट्ट जम्मू के अध्यक्ष अंकुर शर्मा ने कहा है कि पुंछ में जो घट रहा है, उसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है। इसमें सुरक्षा बलों को बड़ी क्षति उठानी पड़ी है। पिछले 17 दिनों से कार्रवाई जारी है फिर भी किसी को कुछ नहीं पता कि इस क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति क्या है?

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विदेशी आतंकियों का कब्जा?
बाटा दुरियां क्षेत्र के नर खास के जंगलों में विदेशी आतंकियों का कब्जा है। यहां से पुंछ शहर मात्र 35-40 किलोमीटर दूर है, जबकि यह नियंत्रण रेखा से 10-15 किलोमीटर अंदर भारत के क्षेत्र में है। अंकुर शर्मा ने मुद्दा उपस्थित किया है कि क्या देश के अंदर ये फिदायीनों का केंद्र है? इसे सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। हर दूसरे दिन हमें विश्वास दिलाया जा रहा है कि ऑपरेशन अगले कुछ दिनों में समाप्त हो जाएगा, जबकि सच्चाई यह है कि यह अब 17वें दिन में पहुंच गया है। केंद्र सरकार राष्ट्र की सुरक्षा के विषय को राजनीतिक चश्मे से देख रही है।

उस समय मिली आतंकी गतिविधियों की जानकारी
अंकुर शर्मा ने दावा किया कि इस क्षेत्र में लगभग ढाई महीने पहले आतंकी गतिविधियों की जानकारी मिली थी। सुरक्षा बलों से आतंकियों का सामना अगस्त 2021 में हुआ था। इस क्षेत्र का दौरा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत भी कर चुके हैं, इसके अलावा थल सेना प्रमुख भी क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं, परंतु दोनों ही अधिकारियों ने इस पर कोई जानकारी साझा नहीं की है। इसके उलट संयुक्त राष्ट्र संघ की जनरल असेंबली में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने धमकी दी है कि जम्मू कश्मीर की परिस्थिति नहीं सुधरी तो भारत के साथ युद्ध हो सकता है।

अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर चिंता
इक्कजुट्ट जम्मू ने राज्य में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने पुंछ में हिंदू और सिखों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। उसकी ओर से कहा गया है कि राज्य में अल्पसंख्यक आतंकित हैं और वे इस आशंका में जी रहे हैं कि 1990 की भांति ही फिर उनके खिलाफ आतंकी अभियान न शुरू हो जाए।

इक्कजुट्ट जम्मू ने पुंछ की परिस्थिति पर एक प्रेस वार्ता अपने कार्यालय में की। जिसमें पार्टी के पदाधिकारी अश्विनी शर्मा, हरीश कपूर, विक्रम शर्मा, अजय सिंह, माणिक जामवाल, विरेंदर एब्रॉल, मुकेश गुप्ता, अजय शर्मा, रजिंदर सिंह जैसवाल शामिल हुए।

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