संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो गया है। इस सत्र में सरकार तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए विधेयक पेश करेगी। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पहली बार लोकसभा में कृषि अधिनियम निरस्तीकरण विधेयक 2021 पेश करेंगे। विपक्षी दलों ने इससे पहले 28 नवंबर को हुई सर्वदलीय बैठक में सत्र के हंगामेदार रहने के संकेत दे दिए हैं। इस सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनुपस्थित थे। उसके बाद 29 नवंबर को उन्होंने मीडिया से बात की।
संसद परिसर में मीडिया से बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने सत्र में विपक्ष से शांति रखने का आह्वान किया।
इसलिए अहम है सत्रः पीएम
पीएम ने कहा कि यह संसद का अहम सत्र है, देश आजादी के अमृत का जश्न मना रहा है। इस सत्र में संसद देश की भलाई के लिए चर्चा करेगी, देश की प्रगति का रास्ता खोजेगी, प्रभावी निर्णय लेगी, जिसका दूरगामी प्रभाव होगा। कितना काम हुआ है, कितना सकारात्मक काम हुआ है। यह महत्वपूर्ण है। अधिवेशन के दौरान कितना भ्रम हुआ, कितने घंटे बर्बाद हुए, इन बातों पर विचार करना भी महत्वपूर्ण है।
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शांति से पूछे जाएं सवाल, जवाब देगी सरकार
पीएम ने कहा,”सरकार हर मुद्दे पर खुलकर बात करने को तैयार है, हर सवाल का जवाब देने को तैयार है, लेकिन सवाल शांति से पूछे जाने चाहिए। सरकार की नीतियों का विरोध कितना भी मजबूत क्यों न हो, संसद की प्रतिष्ठा बनाए रखना जरूरी है। संसद को ऐसा व्यवहार करना चाहिए कि वह देश की युवा पीढ़ी के लिए रोल मॉडल बने।”