पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मुसलमानों की भीड़ द्वारा मंदिर पर आक्रमण कर उसमें मौजूद देवी-देवताओं की मूर्तियों की तोड़फोड़ का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। वहां कि स्थिति इतनी खराब थी कि पुलिस भी मूक दर्शन बनी हुई थी। इस घटना पर नरेंद्र मोदी सरकार ने काफी सख्त कदम उठाया है। सरकार ने इस मामले में पाकिस्तान के राजनयिक को तलब किया और मंदिर में की गई तोड़फोड़ का विरोध किया।
बता दें कि 4 अगस्त की देर रात पाकिस्तान स्थित पंजाब प्रांत में कट्टरपंथियों ने एक हिदू मंदिर पर आक्रमण कर वहां स्थापित देवी-देवताओं की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया था। इस घटना को लेकर भारत के लोगों में बहुत गुस्सा है।
इमरान सरकार की आलोचना
भारत के लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी नाराजगी और गुस्सा व्यक्त करते हुए पाकिस्तान की इमरान सरकार की आलोचना की है। लोगों की भावनाओं को देखते हुए भारत सरकार ने भी इम मुद्दे पर पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। भारत ने इस मामले में पाकिस्तान के राजनयिक को बुलाकर इस तरह की कार्रवाई का कड़ा विरोध किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने दी जानकारी
इस बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों की धार्मिक स्वतंत्रता पर लगातार हो रहे हमले को लेकर गंभीर चिंताओं से पाकिस्तान के राजनयिक को अवगत कराया गया है। जिस मंदिर में तोड़फोड़ की गई, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग शहर में स्थित है। यह लाहौर से करीब 590 किलोमीटर दूर है।