संयुक्त राष्ट्र महासभा यानी यूएनजीए की वार्षिक सभा में आतंकवाद और भारत विरोधी कुकृत्यों को लेकर पाकिस्तान के नापाक इरादों को उजागर करने का महिला राजनयिकों का क्रम 25 सितंबर को भी जारी रहा। संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने अपने संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की कड़ी आलोचान की और पाक की सच्चाई को उजागर किया। हर मंच पर कश्मीर का मुद्दा उठाने वाले इमरान खान को करार जवाब देते हुए स्नेहा दुबे ने पूरी दुनिया के सामने पाक के सभी पापों का पर्दाफाश किया।
पाक के नापाक हरकतों को किया बेनकाब
1- आतंकवादियों का समर्थन करने और उन्हें हथियार उपलब्ध कराने के लिए विश्व स्तर पर पाकिस्तान की पहचान की गई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों को शरण देने का अपमानजनक परंपरा पाकिस्तान की रही है।
2-पाक आतंकियों को इस विश्वास से शरण देता है और हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराता है कि वे केवल अपने एक पड़ोसी देश को नुकसान पहुंचाएं। ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में शरण दी गई थी। पाकिस्तान की इमरान सरकार आज भी उसे शहीद मानता है।
3-पाकिस्तान एक आंतकवादी देश है। यह पूरी दुनिया को मालूम है लेकिन वह एक ऐसा देश है, जो खुद आग लगाता है और खुद को आतंकवाद की आग बुझाने का एक्सपर्ट बताता है।
3-जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भार का अभिन्न अंग हैं और रहेंगे।
4- पाकिस्तान के लिए बहुलवाद को समझना मुश्किल है, क्योंकि अपने देश में वह अल्पसंख्यकों को उच्च पदों से वंचित रखता है।
कौन हैं स्नेहा दुबे?
- स्नेहा दुबे 2012 बैच की आईएफएस ऑफिसर हैं।
- उन्होंने स्कूली शिक्षा गोवा में प्राप्त की।
- उच्च शिक्षा पुणे के फर्गुसन कॉलेज से और एमफिल की पढ़ाई जेएनयू दिल्ली से की है।
- 2011 में पहले प्रयास में सिविल सर्विसेज परीक्षा पास की।
- स्नेहा दुबे की पहली नियुक्ति विदेश मंत्रालय में हुई।
- 2014 में उन्हें मैड्रिड के भारतीय दूतावास भेजा गया।
- वर्तमान में वे संयुक्त राष्ट्र में भारती के प्रथम सचिव हैं।