प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडोनेशिया की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। यात्रा पर रवाना होने से पहले एक वक्तव्य में प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया है कि इस यात्रा से आसियान क्षेत्र के साथ भारत का जुड़ाव और मजबूत होगा।
प्रधानमंत्री मोदी इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के निमंत्रण पर 6-7 सितंबर को जकार्ता, इंडोनेशिया की यात्रा पर हैं। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री आसियान के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में इंडोनेशिया द्वारा आयोजित 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
भारत की “एक्ट ईस्ट” नीति का महत्वपूर्ण आधार
प्रधानमंत्री ने कहा कि आसियान के साथ सहभागिता भारत की “एक्ट ईस्ट” नीति का महत्वपूर्ण आधार है। पिछले वर्ष हुई व्यापक रणनीतिक साझेदारी ने हमारे संबंधों को नया उत्साह प्रदान किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और डिजिटल परिवर्तन सहित क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का उपयोगी अवसर प्रदान करेगा। वे वैश्विक चुनौतियों से सामूहिक रूप से निपटने के लिए अन्य ईएएस नेताओं के साथ व्यावहारिक सहयोग के उपायों के बारे में वैचारिक आदान-प्रदान करने के लिए उत्सुक हैं।
सहभागिता होगी मजबूत
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साल बाली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया की यात्रा की स्मृतियां उनके जहन में ताजा हैं और उन्हें विश्वास है कि इस यात्रा से आसियान क्षेत्र के साथ हमारी सहभागिता और मजबूत होगी।