Delhi: तिहाड़ जेल की सुपरिंटेंडेंट की चिट्ठी के सार्वजनिक होते ही अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ में अपने सेहत खराब करने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है।
केजरीवाल ने जानबूझकर 6 जुलाई से 13 जुलाई के बीच लो कैलोरी भोजन लिया, ताकि किसी भी प्रकार से वजन कम हो जाए और वह न्यायालय के सामने जमानत मामले में सहानुभूति ले सकें।
कई साजिशों का खुलासा
जेल में इंसुलिन लेने से मना करना केजरीवाल की सिर्फ एक साजिश है, जो एक अपराधी ही कर सकता है। तिहाड़ जेल के सुपरिंटेंडेंट की चिट्ठी सार्वजनिक होने के बाद अरविंद केजरीवाल की कई साजिशों का खुलासा हुआ है।
भाजपा ने साधा निशाना
इसी को लेकर आज दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि शराब घोटाले के मास्टरमाइंड अरविंद केजरीवाल की जेल में अपनी सेहत खराब करने की साजिश का पर्दाफाश हो चुका है।
चिट्ठी में क्या हैः
तिहाड़ जेल के सुपरिंटेंडेंट की चिट्ठी में स्पष्ट रूप से लिखा है कि अरविंद केजरीवाल जिन्हें सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार घर का भोजन दिया जाता था और वह जानबूझकर 6 जुलाई से 13 जुलाई के बीच वह लो कैलोरी भोजन ले रहे थे ताकि किसी भी प्रकार से वजन कम हो जाए ताकि वह न्यायालय के सामने जमानत मामले में सहानुभूति ले सके।
केजरीवाल बहुत चालाक इंसान
हिंदुस्थान पोस्ट से बात करते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल एक बेहद चालाक इंसान है और उन्हें इस बात की कानूनी जानकारी है कि किस आधार पर उन्हें जमानत मिल सकती है। इसीलिए वह लगातार अपनी वजन कम करने की जानबूझकर कोशिश कर रहे थे ताकि वह कोर्ट के सामने यह कह सके कि जेल के अंदर मेरा वजन कम हो रहा है इसलिए मुझे जमानत चाहिए।
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जमानत मिलने पर केजरीवाल ने किया था 21 दिनों तक चुनाव प्रचार
उन्होंने कहा कि जेल से जमानत मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल ने लगातार 21 दिनों तक चुनाव प्रचार किया था एवं सभी जगह घूमते रहे, सभी से बात करते रहे और जेल जाने से ठीक दो दिन पहले ही उन्होंने ढोंग रचना शुरू किया कि उनकी तबियत ठीक नहीं है।