Veer Savarkar: कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पुणे की एक विशेष अदालत ने निराधार आरोपों के साथ स्वातंत्र्यवीर सावरकर को बदनाम करने और उनका अपमान करने के लिए 2 दिसंबर, 2024 को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया था। यह अहम आदेश पुणे में सांसदों/विधायकों के लिए बनी विशेष अदालत ने दिया, लेकिन इस दिन राहुल गांधी कोर्ट में पेश नहीं हुए। उस वक्त उन्होंने कोर्ट को कारण बताया था कि उन्हें संसद के सत्र में शामिल होना है, लेकिन राहुल गांधी सत्र के दौरान 20 दिसंबर को संभल गए और 23 दिसंबर को महाराष्ट्र के परभणी आये। सावरकर मानहानि मामले के वकील संग्राम कोल्हटकर ने सवाल उठाया है कि राहुल गांधी महाराष्ट्र में हैं, लेकिन वह महाराष्ट्र की अदालत में चल रहे सावरकर मानहानि मामले की सुनवाई में पेश होने से क्यों बच रहे हैं।
राहुल गांधी की भूमिका पर सवाल
परभणी जिले में 10 दिसंबर को संविधान के अपमान की घटना हुई थी। उस घटना के बाद परभणी में हिंसा की घटना हुई थी। इस घटना का पूरे राज्य में असर पड़ा। पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया। इसमें सोमनाथ सूर्यवंशी नाम के युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। इस मुद्दे पर विरोधी बड़े पैमाने पर राजनीतिकरण कर रहे हैं। नागपुर शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था। शीतकालीन सत्र खत्म होते ही राहुल गांधी 23 दिसंबर को सूर्यवंशी के परिवार से मिलने परभणी पहुंचे। अब राहुल गांधी से सावरकर मानहानि मामले में सवाल पूछा जा रहा है।
राहुल गांधी ने की कोर्ट की अवमानना
राहुल गांधी ने लंदन में एक कार्यक्रम में बोलते हुए वीर सावरकर का अपमान करने वाला बेबुनियाद बयान दिया था। इसके बाद वीर सावरकर के पोते सात्यकी सावरकर ने राहुल गांधी के खिलाफ पुणे में केस दर्ज कराया। इस पर कई बार सुनवाई हुई। आखिरकार पुणे में सांसदों/विधायकों के लिए बनी विशेष अदालत में मामला पहुंचा। इस कोर्ट ने राहुल गांधी को 2 दिसंबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था, लेकिन इस दिन राहुल गांधी कोर्ट में पेश नहीं हुए। उस वक्त उन्होंने वजह बताई कि ‘हम संसद के सत्र में भाग ले रहे हैं, इसलिए हम कोर्ट में पेश नहीं हो सकते।’ लेकिन सत्र के दौरान राहुल गांधी संभल गए, जहां सांप्रदायिक दंगों में 4 मुसलमानों की मौत हो गई थी। राहुल गांधी वहां गए, इस मामले को विपक्ष ने खूब भुनाया। इसलिए हमने इस बारे में कोर्ट में आवेदन किया और राहुल गांधी सत्र का कारण बताकर कोर्ट में आने से बचते रहे लेकिन इस सत्र के दौरान वह संभल गए, यह कोर्ट की अवमानना है। वकील संग्राम कोल्हटकर ने बताया कि कोर्ट में यह अर्जी दाखिल की गई है।
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कोर्ट के ध्यान में लाने का वादा
अब सोमवार 23 दिसंबर को राहुल गांधी महाराष्ट्र के परभणी आए। उन्हें महाराष्ट्र आने का समय मिलता है लेकिन वीर सावरकर के मानहानि मामले में अदालत ने उन्हें सुनवाई के दौरान व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया था, फिर भी वे अदालत में उपस्थित नहीं होते हैं, लेकिन परभणी आते हैं, यह अदालत की अवमानना है। दरअसल, कोर्ट को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। वकील कोल्हटकर ने कहा कि हम इस मामले को कोर्ट के ध्यान में भी लाएंगे।