जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती का पाकिस्तान प्रेम एक बार फिर उजागर हुआ है। उन्होंने 24 जून को होने वाली सर्वदलीय बातचीत में पाकिस्तान को भी शामिल करने को लेकर बयान दिया है। उनके इस बयान पर विवाद शुरू हो गया है। इसे लेकर जम्मू में डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और महबूबा मुफ्ती के विरोध में प्रदर्शन किया। संगठन के कार्यकर्ताओं ने इस बयान के लिए महबूबा को जेल में डालने की मांग की।
एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि यह आंदोलन महबूबा मुफ्ती के बयान के खिलाफ है, जो उन्होंने गुपकार गठबंधन दलों की बैठक के बाद दिया था। उनका कहना था कि कश्मीर के मसले पर पाकिस्तान भी एक पार्टी है और उससे भी बातचीत की जानी चाहिए। इस बयान के लिए उन्हें जेल भेज देना चाहिए।
बैठक में ये होंगे शामिल
महबूबा मुफ्ती ने 22 जून को यह बयान देकार सिर्फ जम्मू-कश्मीर ही नहीं, पूरे देश में तूफान खड़ा कर दिया है। 24 जून को वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल होने वाली हैं। इनके साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुला और कांग्रेस नेता भी पीएम की बैठक में शामिल होंगे। पीएम मोदी की ओर से बैठक में भाग लेने के लिए जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं को आमंत्रित किया गया है। बता दें कि 5 अगस्त 2019 को इस प्रदेश में लागू आर्टिकल 370 और 35ए को हटा दिया गया था। उसके बाद केंद्र सरकार वहां की राजनैतिक पार्टियों के साथ पहली बार बातचीत करने जा रही है।
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इसलिए बैठक महत्वपूर्ण
यह बैठक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने जा रही है लेकिन इसके मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट जारी किया गया है। इस बैठक को इसलिए भी काफी महत्वपूर्ण समझा जा रह है क्योंकि इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मत्री राजनाथ सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सलाहकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ ही कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी हिस्सा ले रहे हैं।