Jammu and Kashmir: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने 6 नवंबर को जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली एनसी सरकार द्वारा विधानसभा में अनुच्छेद 370 पर प्रस्ताव लाने को संविधान और भारत के सर्वोच्च न्यायालय जैसी संस्थाओं का घोर अपमान बताया है। उनका कहना है कि यह संसद का अनादर करने के समान है, जिसने अनुच्छेद 370 के उन्मूलन पर अपनी मुहर लगाई थी। चुघ ने कहा कि संसद ने जो मंजूरी दी है और जिसे सुप्रीम कोर्ट ने अनुमति दी है, उसे उलटने की कोशिश की गई है।
घोर राष्ट्रविरोधी कृत्य
6 नंवबर को मीडिया से बातचीत में तरुण चुघ ने एनसी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह उमर अब्दुल्ला सरकार का घोर राष्ट्रविरोधी कृत्य है, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान आईएसआई द्वारा निर्धारित एजेंडे को आगे बढ़ाना है। एनसी सरकार आम आदमी की समस्याओं का समाधान करने के बजाय पाकिस्तान के एजेंडे पर चलने के लिए प्रतिबद्ध है। चुघ ने इसे उमर अब्दुल्ला सरकार की “घटिया राजनीतिक नौटंकी” बताया।
370 के उन्मूलन के समर्थन में बड़ा जनादेश
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अनुच्छेद 370 के उन्मूलन के समर्थन में जम्मू-कश्मीर के लोगों का बड़ा जनादेश है। चुघ ने कहा कि उमर अब्दुल्ला सरकार जानबूझकर ऐसे मुद्दों का राजनीतिकरण करके जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है और जम्मू-कश्मीर को पाषाण युग में वापस ले जाने की कोशिश कर रही है।