बिहार में जनता दल यूनाइटेड में फूट की शुरुआता होने की खबर है। पूर्व एमएलसी रणवीर नंदन ने 27 सितंबर को जदयू से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को इस संबंध में अपना इस्तीफा भेजा है। उन्होंने इस्तीफा देने के कारणों का फ़िलहाल खुलासा नहीं किया है।इस्तीफा में उन्होंने लिखा है कि मैं जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। समझा जा रहा है कि वे भाजपा में शामिल होंगे।
पूर्व एमएलसी रणवीर नंदन द्वारा इस्तीफा देने के फौरन बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों मे लिप्त होने के कारण पार्टी से निकाले जाने का लेटर जारी कर दिया। इस बीच रालोजद प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू में भगदड़ मचने वाली है। ये तो शुरुआत है।
नीतीश के करीबी थे नंदन
रणवीर नंदन की पहचान नीतीश कुमार के काफी करीबी नेता के रूप में रही है। यहां तक कि उनके द्वारा आयोजित कई पूजा समारोहों में नीतीश कुमार जाते रहे हैं। डॉ रणवीर नंदन राजनीति के सक्रिय रहने के साथ ही शिक्षण के पेशे से जुड़े रहे हैं। वे बीएन कॉलेज पटना में एसोसिएट प्रोफेसर हैं।
भाजपा में शामिल होने की अटकलें
पिछले कुछ दिनों से रणवीर नंदन लगातार पार्टी की विचारधारा से अलग बयान दे रहे थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर एकजुट हुए विपक्षी दलों पर उन्होंने निशाना साधा था। उन्होंने विदेश में जाकर भारत की दलीय राजनीति की चर्चा करने के लिए राहुल गांधी की भी आलोचना की थी। पार्टी की नीतियों के विरोध में उन्होंने 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जन्मदिन पर बधाई भी दी थी।
इस कारण थे नाराज
बताया जा रहा है कि पार्टी मे कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दिए जाने से वे नाराज चल रहे थे। वे जेडीयू के कई बैठकों में भी शामिल नहीं हुए थे। इस कारण समझा जा रहा था कि वे पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होंगे।