आंध्र प्रदेश के गुंटूर शहर के कोथापेट क्षेत्र में गणतंत्र दिवस के अवसर पर मोहम्मद अली जिन्ना टावर पर तिरंगा फहराने की कोशिश करने वाले हिंदू वाहिनी के तीन कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया। हालांकि बाद में मामला शांत हो गया और किसी प्रकार की बड़ी अप्रिय घटना नहीं घटी।
मिली जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में गणतंत्र दिवस पर निषेधाज्ञा लागू थी। इसका कारण यह था कि हिंदू वाहिनी संगठन ने यहां गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराने की घोषणा की थी। 26 जनवरी को संगठन के कार्यकर्ताओं ने शहर में मार्च निकाला और जिन्ना टावर पर तिरंगा फहराने की कोशिश की।
लाख टके का सवाल
इस घटना के बाद सवाल उठाया जा रहा है कि क्या आंध्र प्रदेश भारत में नहीं, पाकिस्तान में है और अगर भारत में है तो गणतंत्र दिवस पर यहां तिरंगा फहराने पर किसी को आपत्ति क्यों है?
नाम बदलने की मांग
पुलिस ने बताया कि हिंदू वाहिनी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। इनके खिलाफ शांति भंग करने का मामला दर्ज किया गया है। हिंदुत्ववादी संगठन कई वर्षों से इस टावर का नाम बदलने की मांग कर रहे हैं। उनका आरोप है कि पाकिस्तान के संस्थापक और देश को बांटने वाले मोहम्मद अली जिन्ना के नाम पर भारत में टावर रखे जाने का कोई अर्थ नहीं है। हालांकि प्रशासन ने उनकी मांगों पर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया है।