Punjab में आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री सेहत बीमा योजना के तहत विभिन्न उपचारों के लिए कई अस्पतालों में 600 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। इसके कारण निजी अस्पतालों ने इस कार्यक्रम के तहत लोगों का इलाज करना बंद कर दिया है। इसका संज्ञान लेते हुए 20 सितंबर को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को नसीहत देते हुए अस्पतालों का बकाया जल्द से जल्द चुकाने का आग्रह किया है। उन्होंने नसीहत दी कि दिल्ली में पार्टी इकाई की जय-जयकार करने की बजाय मुख्यमंत्री राज्य की खराब होती स्थिति पर ध्यान दें।
जल्द चुकाएं अस्पतालों के बिलः नड्डा
20 सितंबर को सोशल मीडिया पर इस आशय का संदेश साझा करते हुए जेपी नड्डा ने भगवंत मान से आग्रह किया कि वे अस्पतालों का बकाया जल्द से जल्द चुकाएं, क्योंकि ऐसे कई परिवार हैं, खासकर हमारे मेहनती किसान, जो आयुष्मान भारत कार्यक्रम के तहत लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में पार्टी इकाई की जय-जयकार करने की बजाय सीएम भगवंत मान को पंजाब की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करना उचित रहेगा।
जानिये कितना है बकाया
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि सार्वजनिक और निजी दोनों अस्पतालों की कुल लंबित राशि 364 करोड़ रुपये है। बलबीर सिंह ने कहा कि लंबित भुगतानों के ब्योरे से पता चलता है कि सार्वजनिक अस्पतालों पर 166.67 करोड़ रुपये और निजी अस्पतालों के 197 करोड़ रुपये बकाया है। निजी अस्पतालों ने 600 करोड़ रुपये के बकाये का दावा किया है, जिसे मंत्री ने ‘झूठा और भ्रामक’ करार दिया। इस विवाद के चलते कई निजी अस्पतालों ने आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत इलाज बंद कर दिया है।