महाराष्ट्र की सरकार पर सियासी संकट छाने के बाद मुंबई पहुंचे मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी 44 विधायक एकजुट हैं और महाविकास आघाड़ी को समर्थन करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रलोभन की राजनीति देश के लिए घातक है। साथ ही इस तरह की राजनीति संविधान विरोधी भी है। भाजपा सिर्फ पैसे के बल पर झारखंड, महाराष्ट्र सरकार को हटाने का प्रयास कर रही है।
बताया जा रहा है कि वर्तमान में जारी राजनैतिक घटनाक्रम में कांग्रेस को भी नुकसान उठाना पड़ सकता है। पार्टी के कुछ विधायक और नेता भी भाजपा के साथ जा सकते हैं। कमल नाथ को पार्टी को इस संकट से उबारने का जिम्मा सौंपा है और पर्यवेक्षक बनाकर मुंबई भेजा है।
पवार से की मुलाकात
कमलनाथ ने कहा कि वे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं, इसलिए उनसे फोन पर बात की है। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से भी मुलाकात की। महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी बेहतर काम कर रही थी, लेकिन भाजपा केंद्रीय सरकार तथा मशीनरी का प्रयोग करके सरकार में तोड़फोड़ कर रही है।
शिवसेना की अंदरुनी संकट
कमलनाथ ने कहा कि शिवसेना पर आये संकट से पार्टी खुद निपटेगी। इस अंदरूनी मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी हस्तक्षेप नहीं करेगी। मौके पर उपस्थित राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी विधायक मुंबई में मौजूद है, लेकिन मीडिया का एक वर्ग झूठी खबरें प्रसारित कर रहा है। उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी को फिलहाल कोई खतरा नहीं है, लेकिन झूठ प्रसारित कर सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है।