रिपोर्ट – अशोक शुक्ला
मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच में आरोप प्रत्यारोप को लेकर सत्ताधारी और कंगना के बीच ठनी हुई है। जांच को लेकर जब सत्तापक्ष पर कंगना खनकी तो शिवसेना के नेता संजय राऊत ने उन्हें अपने दलबल के साथ घेर लिया है। कंगना के आरोपों को बदजुबानी करार देते हुए शिवसेना के सत्तावाली मुंबई महानगर पालिका भी सनक गई और उसने कंगना के कार्यालय पर नोटिस भेज दिया है। तो दूसरी तरफ विधान सभा में गृहमंत्री ने कंगना पर लगे नशे के सेवन के आरोप की जांच पुलिस द्वारा किये जाने की जानकारी दी।
सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण जांच के पैमानों पर एक-एक आगे बढ़ रहा है लेकिन इस प्रकरण में जांच के तरीकों को लेकर खड़ा हुआ विवाद नए रूप में खड़ा हो गया। अभिनेत्री कंगना रनौत समेत शेखर सुमन, शत्रुघ्न सिन्हा आदि ने इस प्रकरण की जांच के तरीके को लेकर अप्रसन्नता जाहिर की गई थी। लेकिन कंगना इसमें सबकी अपेक्षा बहुत आगे बढ़ गईं। जिसके कारण वे शिवसेना के निशाने पर आ गईं। राज्य में और मुंबई महानगर पालिका शिवसेना की सत्ता है। इसका कोप अब कंगना को झेलना पड़ रहा है। कंगना के खिलाफ सड़क से लेकर सत्ता तक सब कार्रवाई का डंडा लेकर खड़े हो गए हैं। राजनीतिक कार्यकर्ता, मुंबई मनपा और मुंबई पुलिस एक-एक कर कंगना को अपने तरीके से लपेटने के लिए तैयार हैं।
कंगना 9 तारीख को मुंबई आने के लिए अड़ी हुई हैं। दूसरी तरफ कंगना के खिलाफ उठे विरोधी सुर से डरे उनके परिवार ने सुरक्षा की मांग की थी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने उन्हें वाइ स्तर की सुरक्षा प्रदान कर दी तो दूसरी तरफ मुंबई महानगर पालिका ने कंगना पर अपना शिकंजा कस दिया है। मुंबई महानगर पालिका कंगना के कार्यालय के रिहाइशी इलाके में होने का ठीकरा फोड़ते हुए उन्हें नोटिस जारी किया गया है।
कंगना लेती हैं ड्रग्स, होगी जांच
शिवसेना से कंगना की अदावत में मुंबई महानगर पालिका के साथ-साथ मुंबई पुलिस भी लग गई है। इस मामले में गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा है की कंगना को ऐसी बयानबाजी पर गिरफ्तार किया जाना चाहिए। विधानसभा सत्र में गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सदन को बाताया कि एक साक्षात्कार में अभिनेता शेखर सुमन के पुत्र अध्ययन सुमन ने 2016 में कंगना पर मादक पदार्थ के सेवन का आरोप लगाया था। जिसकी जांच अब मुंबई पुलिस करेगी। विधान परिषद में कंगना के विरुद्ध कांग्रेस विधायक भाई जगताप ने भी हक्क भंग प्रस्ताव पेश किया है।
मानहानि का मुकदमा ठोंका
कंगना द्वारा मुंबई की उपमा पाक अधिकृत कश्मीर से की गई थी। इस पर राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर जहां कंगना रनौत आ गईं वहीं मुंबई पुलिस के सेवानिवृत्त अधिकारी प्रदीप लोडंकर ने 50 करोड़ की मानहानि का मुकदमा ठोंक दिया है। हालांकि अब तक कंगना के विरुद्ध महिला कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतारने, अपशब्द कहने, मनपा द्वारा कार्रवाई करने और अब पूर्व पुलिस अधिकारी द्वारा मानहानि का मामला दर्ज करने के पीछे राजनीतिक रंजिश ही माना जा रहा है।
हो चुका है मलिश्का पर भी कोपभाजन
शिवसेना के खिलाफ इसके पहले भी जो लोग खड़े हुए उन लोगों का भी हश्र इससे कुछ अलग रहा हो ऐसा नहीं है। इसके पहले रेडियो जॉकी मलिश्का ने मुंबई की सड़कों पर गड्ढे को लेकर मुंबई मनपा पर करारा व्यंग किया था। यह व्यंगात्मक आलोचना शिवसेना को नागवार गुजरी और मलिश्का के विरुद्ध शिवसेना की महिला आघाड़ी सड़कों पर उतर गई। वर्तमान महापौर किशोरी पेडणेकर ने तो मलिश्का के व्यंगात्मक गीते के खिलाफ दूसरा गीत तक रच डाला था।
अब कंगना होंगी क्वारंटीन? चुन-चुनकर होगी कार्रवाई?
अब तक क्यों नहीं दिखा अवैध निर्माण?
मुंबई मनपा द्वारा अभिनेत्री कंगना रनौत के कार्यालय के अवैध होने का खुलासा करते हुए जो नोटिस भेजी गई है उसकी टाइमिंग को लेकर प्रश्न खड़े हो गए हैं। इसको लेकर विपक्ष ने मनपा को आड़े हाथों लिया है। उसका प्रश्न है कि मनपा को कंगना के कार्यालय के अंदर का अवैध काम दिखाई दे दिया लेकिन बांद्रा पूर्व और पश्चिम की अवैध 4 मजले की झोपड़ियां क्यों दिखाई नहीं देतीं? मालाड के मालवणी, गोवंडी शिवाजी नगर, भारत नगर, जोगेशवरी और कुर्ला के अवैध काम मनपा कों क्यों नहीं दिखाई देते? माना की मनपा में शिवसेना की सत्ता है लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं होना चाहिए कि वह नियम और कानून की धज्जियां उड़ाते हुए शिवसेना के इशारे पर काम करे। मनपा की इस करवाई पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता अशीष शेलार ने कहा है कि शिवसेना हमेशा से ही मनपा को हथियार की तरह इस्तेमाल करती रही है जो कानूनन गलत है।
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