कानपुर हिंसा और तोड़फोड़ के प्रकरण में पुलिस ने धरपकड़ तेज कर दी है। इसी क्रम में पुलिस ने इस हिंसा के मास्टरमाइंड माने जा रहे हयात जफर हाशमी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे हजरतगंज से गिरफ्तार किया गया है।
हयात जफर हाशमी, मौलाना मुहम्मद जौहर अली फैन्स एसोसिएशन का संचालक है। इसी संस्था के नाम से शुक्रवार को बंद की घोषणा की गई थी। नमाज पढ़ने के बाद लोगों ने जब बेकनगंज में प्रतिष्ठान बंद करवाने का प्रयत्न किया तो विरोध हो गया। जिसमें मुस्लिम पक्ष के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इस प्रकरण की वीडिया और सीसीटीवी पुलिस के पास है। जिसके आधार पर लगभग 40 लोगों को तीन अफआईआर में नमजद आरोपी बनाया गया है। इसमें हयात जफर हाशमी का नाम सबसे ऊपर है।
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सीएए और एनआरसी के विरोध में हयात का हाथ
बेकनगंज से प्राप्त जानकारी के अनुसार हयात जफर हाशमी कानपुर दंगों में भी आरोपी रहा है। इसके अलावा सिटिजन अमेंडमेन्ट ऐक्ट और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजनशिप के विरोध में भी वह लोगों को भड़काने का काम करता रहा है। इस प्रकरण में भी उसका नाम सामने आया था। फेसबुक से लोगों में गलत जानकारियां फैलाकर हिंसा के लिए भड़काना और पोस्टरबाजी करना हयात हाशमी और उसके सहोगियों का पुराना हथकंडा रहा है।
ऐसे हुई गिरफ्तारी
पुलिस आयुक्त वंजय सिंह मीणा ने बताया कि, पुलिस को सूत्रों से पता चला था कि, प्रकरण में एक आरोपी जावेद अहमद का एक यूट्यूब चैनल है, जिसका कार्यालय लकनऊ के हजरतगंज में है। वहीं, कई आरोपी छुपे हुए थे। जिसके पश्चात पुलिस ने वहां छापा मारकर मुख्य षड्यंत्रकारी हयात जफर हाशमी समेत, जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल, मोहम्मद सुफियान को गिरफ्तार कर लिया।