कर्नाटक के उडुपी के एक कॉलेज में मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनने की अपनी जिद पर अड़ गई हैं। इस कारण कॉलेज में विवाद बढ़ता जा रहा है। इसे मौलिक अधिकार बताते हुए मुस्लिम छात्राओं ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है। मुस्लिम छात्राओं के इस रुख का विरोध करने के लिए कुंडापुर के सरकारी कॉलेज के 100 से भी अधिक हिंदू छात्र भगवा गमच्छा लेकर पहुंच गए।
हिंदू छात्रों का कहना है कि जब कॉलेज में लड़कियां हिजाब पहनकर आ सकती हैं तो वे भगवा गमच्छा लेकर क्यों नहीं आ सकते हैं?
श्रीराम सेना ने की यह मांग
श्रीराम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने मुस्लिम छात्राओं की जिद को गलत बताते हुए उसे आतंकी मानसिकता का प्रतीक बताया है। उन्होंने कहा कि लड़कियों द्वारा यूनिफॉर्म को छोड़कर हिजाब पहनने की मानसिकता आतंकी है। ऐसी छात्राओं को कॉलेज से बाहर निकाल दिया जाना चाहिए।
गमच्छा लेकर कॉलेज आए हिंदू छात्र
उडुपी के पड़ोस में स्थित कुंडापुर शहर के पीयू कॉलेज के छात्रों का कहना है कि करीब 28 मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर कक्षा में आती हैं। उसके विरोध में उन्होंने 2 फरवरी को भगवा गमच्छा पहनकर आने का निर्णय लिया। उनका तर्क है कि जब कॉलेज में हिजाब पहनने पर रोक नहीं है तो भगवा गमच्छा पहनकर आने पर भी कॉलेज प्रशासन को एतराज नहीं होना चाहिए।
#Udupi Another #Hijab row breaks out at Government college in #Kundapura. Management under the new state guidelines has asked girl students not to come college wearing hijab. Girl students refused. Then several #Hindu boys came to college wearing #saffronshawls (1/2) #karnataka pic.twitter.com/p5kLLFeBBj
— Imran Khan (@KeypadGuerilla) February 2, 2022
बैठक में नहीं हो सका समस्या का समाधान
कॉलेज डेवलपमेंट कमेटी के अध्यक्ष और कुंडापुर के विधायक हलदी श्रीनिवास ने कहा कि किसी को भी कॉलेज का शैक्षणिक माहौल खराब करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस मामले में उन्होंने कॉलेज प्रशासन और मुस्लिम छात्राओं के अभिभावकों के साथ बैठक की है। हालांकि बैठक में समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। छात्राएं हिजाब पहनने की अपनी जिद पर अड़ी रहीं। अब विधायक ने मुस्लिम छात्राओं के साथ ही भगवा गमच्छा लेकर आने वाले हिंदू छात्रों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की बात कही है।
मुस्लिम छात्राओं के अभिभावकों का तर्क
इस बैठक का एक वीडियो सामने आया है। बैठक में मुस्लिम छात्राओं के अभिभावक कह रहे हैं कि उन्होंने और उनके बच्चों ने कभी भी किसी धर्म के साथ भेदभाव नहीं किया, लेकिन हिजाब अनिवार्य है। हमें यह करना होगा। उनके बीच भेदभाव न करें। वे यहां पढ़ने आती हैं।
A meeting was also conducted by management along with local MlA with parents of the students. A parent of the girl student can be heard saying we didn't discriminate. We sent our students during all the #hindu festivals. Why is that you are discriminating with out students (2/2) pic.twitter.com/OSDbdravXM
— Imran Khan (@KeypadGuerilla) February 2, 2022
आज हिजाब,कल नमाज और फिर..
दूसरी ओर श्री राम सेना के अध्यक्ष प्रमोद मुतालिक ने हिजाब पहनकर कॉलेज आने वाली छात्राओं को कॉलेज से बाहर निकाल देने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इस तरह की आतंकी मानसिकता वाली छात्राओं को कॉलेज से बाहर कर देना चाहिए। आज वे हिजाब की बात कर रही हैं, कल बुर्का मांगेगे फिर नमाज और मस्जिद पर अड़ जाएंगे। यह कॉलेज है या उनका धार्मिक केंद्र?