देश की राजधानी दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने शराब पीने की उम्र 25 वर्ष से घटाकर 21 वर्ष कर दी है। सरकार ने यह निर्णय नई आबकारी नीति के तहत लिया है। हालांकि सरकार ने कहा है कि अब दिल्ली में शराब की कोई सरकारी दुकान नहीं होगी। साथ ही राजधानी में शराब की कोई नई दुकान भी नहीं खुलेगी। ज्यादा राजस्व जुटाने के मकसद से इस बदलाव का ऐलान किया गया है। इससे दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार को सलाना 2000 करोड़ रुपए राजस्व बढ़ने का अनुमान है।
Excise reforms announced today will act as a major blow to liquor mafia in Del. The mafia will do everything to obstruct these reforms. AAP govt has ended mafia raj in many sectors like education, water, elect, health etc. We r committed to reforming this sector too https://t.co/pbk1NnfhO2
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 22, 2021
दिल्ली में भी अब कलेक्शन का टारगेट
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस बारे में जानकारी दी। नई नीति में खास बदलाव उम्र को लेकर किया गया है। इससे पहले दिल्ली में शराब पीने की न्यूनतम उम्र 25 वर्ष थी। सिसोदिया ने इस नीति का ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली में शराब की सरकारी दुकानें बंद की जाएंगी। टेंडर के माध्यम से इन दुकनों को निजी लोगों के हाथों में दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने इस नीति से सलाना 2000 करोड़ रुपए राजस्व बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
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नई आबकारी नीति की खास बातें
- शराब की दुकान के लिए 500 वर्गमीटर की जगह अनिवार्य
- नई नीति से 2000 करोड़ रुपए सलाना राजस्व बढ़ने की उम्मीद
- दिल्ली में 850 शराब की दुकान, नई दुकान खोलने की मंजूरी नहीं
- पुरानी दुकानों की वितरण व्यवस्था में सुधार की जाएगी
- शराब की गुणवत्ता चेक करने के लिए सरकार इंटरनेशनल सिस्टम बनाएगी