मान गई किसान यूनियन! मारे गए प्रदर्शनकारियों को मदद… मंत्री के पुत्र पर दर्ज हुआ मामला?

चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी प्रकरण ने राजनीतिक पार्टियों के हाथ सरकार के विरोध में संजीवनी सौंप दी है। इसमें कांग्रेस, सपा, बसपा समेत सभी विपक्षी दल प्रदर्शन, आंदोलन कर रहे हैं।

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लखीमपुर खीरी हिंसा के प्रकरण में रंगी राजनीति के बीच किसान यूनियन और प्रशासन के बीच समझौता होने की खबर है। इसमें सभी प्रभावितों को राहत राशि, मृतकों के परिजनों को नौकरी दी जाएगी। परंतु, इस घटना में मारे गए अन्य लोगों को भी क्या यह सहायता मिलेगी इसका स्पष्टीकरण नहीं हो पाया है। इस बीच गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष पर मामला दर्ज कर लिया गया है।

सोमवार सुबह से ही किसान यूनियन और प्रशासन के बीच चर्चा चल रही थी। जिस पर बात बन गई है। यूनियन की बात प्रशासन और सरकार ने मान ली है। इस दुर्घटना में आठ लोगों की मौत हो गई थी। जिसमें से चार किसान यूनियन के सदस्य थे, तीन भाजपा सदस्य और एक टीवी चैनल के पत्रकार का समावेश है।

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मिलेगी सहायता और नौकरी
प्राप्त जानकारी के अनुसार किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत और उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार के मध्य चर्चा चल रही थी। इसमें प्रशासन ने किसानों की बात मान ली और मारे गए यूनियन के सदस्यों को 45 लाख रुपए नकद और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा घायलों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

होगी जांच
इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए सेवा निवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जाएगी। जो इसकी जांच सरकार के पास सौंपेगी। इस प्रकरण में मंत्री के बेटे आशीष मिश्र के बेटे पर मामला दर्ज कर लिया गया है।

यूनियन ने दी चेतावनी
इस प्रकरण में किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा पर मामला दर्ज करने की मांग की है। प्रशासन ने 10 दिनों का समय मांगा है, इसके अंदर यदि मामला दर्ज नहीं होता तो यूनियन महापंचायत करेगी। इसके अलावा मारे गए यूनियन के सदस्यों के दाह संस्कार तक राकेश टिकैत और उनके लोग घटनास्थल पर ही रहेंगे। मृतकों का पोस्टमॉर्टम पांच डॉक्टरों की समिति करेगी। जिसकी विडियोग्राफी की जाएगी।

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