लालू प्रसाद बिहार रिटर्न हो गए हैं। आरजेडी के पास अब लालू शक्ति है तो कांग्रेस के पास कन्हैया और भक्त चरण, फिर भी महगठबंधन टिक नहीं पाया है। दिल्ली से निकलते-निकलते आरजेडी प्रमुख ने कांग्रेस पर तोपें दाग दी हैं। जिसके बाद कांग्रेस के हाथ लालू के पग पड़ते ही जल गए की स्थिति में है।
राज्य में दो लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इन दोनों ही सीटों के लिए राष्ट्रीय जनता दल ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया, इससे आक्रोषित कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भक्तचरण दास ने आजेडी पर महागठबंधन तोड़ने का आरोप लगाते हुए, दोनों ही सीटों के लिए कांग्रेस का उम्मीदवार उतारने की घोषणा की। कांग्रेस के इस निर्णय पर लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि, क्या उन सीटों को कांग्रेस के हाथ हारने के लिए छोड़ देते।
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#Delhi: RJD leader Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) speaks on the breaking of party's alliance with Congress in Bihar: What is Congress? Would we have left everything to Congress for a loss? Alliance with #Congress means loosing deposits. Bhaktcharan Das is a 'Bhakchonar pic.twitter.com/mfbfSwwXUa
— Subodh Kumar (@kumarsubodh_) October 24, 2021
आया कन्हैया डूबी नैया!
बिहार में कांग्रेस के पास कन्हैया कुमार की शक्ति है। वे कम्यूनिष्ट पार्टी में भले ही जनमत जुटाने में टुकड़े-टुकड़े हो गए, लेकिन कांग्रेस में उनका जुड़ाव दोनों के लिए सकारात्मक माना जा रहा था। लेकिन उपचुनाव के पहले आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन में टूट के कारण बिहार में नारे लगने शुरू हो गए हैं आए कन्हैया, डूबी नैया…
एक होंगे लालू के लाल!
लालू प्रसाद के दिल्ली से रिटर्न होने पर पटना हवाई अड्डे पर स्वागत करने उनके दोनों पुत्र आए थे। दिल्ली में लालू प्रसाद ने कहा भी कि उनके परिवार में सबकुछ ठीक है। उपचुनावों में कमबैक करना लालू प्रसाद के लिए जितना आवश्यक है, उतना ही आवश्यक है दोनों बेटों को मनाकर एक मंच पर बैठाना भी। बड़े बेटे तेज प्रताप ने तेजस्वी से अलग राह अपनाते हुए अपनी पार्टी गठन की घोषणा की है।