Legislative Council Elections: शरद पवार बनाम अजीत पवार की लड़ाई? यहां जानिये, दलीय स्थिति

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सुजीत महामुलकर
Legislative Council Elections: महाराष्ट्र विधानसभा के 274 विधायक शुक्रवार, 12 जुलाई को विधान परिषद की 11 सीटों के लिए मतदान करेंगे। हालांकि 11 सीटों के लिए 12 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन लोकसभा के बाद और आगामी विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार और अजीत पवार के बीच यह दूसरी सीधी लड़ाई है। महायुति और महाविकास अघाड़ी का कुछ गणित इस बात पर निर्भर करेगा कि एनसीपी का कौन-सा उम्मीदवार जीतता है और कौन सा एनसीपी उम्मीदवार हारता है।

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि असली मुकाबला दो उम्मीदवारों अजीत पवार की नेशनलिस्ट कांग्रेस के शिवाजीराव गर्जे और शरद पवार समर्थित उम्मीदवार शेकाप के जयंत पाटील के बीच है। यदि गर्जे निर्वाचित होते हैं, तो इसका मतलब यह है कि महाविकास अघाड़ी के वोट विभाजित हुए हैं, जबकि पाटील चुने जाते हैं, तो यह अजीत पवार गुट के पतन का कारण हो सकता है।

विधानसभा में मौजूदा संख्या को देखते हुए 288 में से 14 सीटें खाली हैं और 274 विधायक इस्तीफे, निलंबित सदस्यों और मौतों के कारण विधानसभा में हैं। इनमें से महायुति के पास तीनों प्रमुख पार्टियों की कुल संख्या 181 है। इसमें बीजेपी के 103, शिवसेना के 37 और एनसीपी के 39 विधायक हैं। उन्हें राष्ट्रीय समाज पार्टी के एक और जनसुराज शक्ति पार्टी के एक विधायक के समर्थन की उम्मीद है। इसलिए, महागठबंधन की दलीय ताकत को देखते हुए 8 उम्मीदवारों को जिताने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी, 13 निर्दलीयों में से 7 निर्दलीय बीजेपी का समर्थन करते हैं। हालांकि, दोनों तरफ से कोशिश की जा रही है कि एक उम्मीदवार को बहुजन विकास अघाड़ी के तीन वोट, अन्य निर्दलीय और एमएनएस का एक वोट मिले। महागठबंधन के 9 में से 5 उम्मीदवार हैं, शिवसेना (शिंदे) के 2 और अजीत पवार की एनसीपी के 2 उम्मीदवार हैं।

जीत के लिए 23 वोटों की आवश्यकता
एक उम्मीदवार को निर्विरोध चुने जाने के लिए कम से कम 23 प्रथम वरीयता के वोटों की आवश्यकता होती है, जबकि अंतिम उम्मीदवार दूसरे-तीसरे वरीयता के वोटों पर करीबी मुकाबले में चुना जा सकता है।

क्रॉस वोटिंग की संभावना
चूंकि महाविकास अघाड़ी ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं, इसलिए ऐसा लगता है कि यदि सदस्य निर्विरोध चुने गए तो चुनाव दिलचस्प होगा। महाविकास अघाड़ी में तीन प्रमुख दलों की ताकत 66 है। इनमें कांग्रेस 37, उबाठा 16 और एनसीपी-शाप 13 हैं। उन्हें समाजवादी पार्टी के दो, शेकाप और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एक-एक विधायक का समर्थन मिल सकता है। इस ताकत को देखते हुए महाविकास अघाड़ी के दो उम्मीदवार आसानी से जीत सकते हैं, लेकिन चूंकि महाविकास अघाड़ी ने तीसरा उम्मीदवार खड़ा कर दिया है, इसलिए क्रॉस वोटिंग की संभावना बढ़ गई है। तीसरे उम्मीदवार को चुनने के लिए महाविकास अघाड़ी को वोटों की जरुरत होगी।

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गुप्त मतपत्र
तीसरे उम्मीदवार को चुनने के लिए महाविकास अघाड़ी को वोटों का एकमुश्त करना होगा। इस चुनाव के लिए विधानसभा में विधायक गुप्त मतदान करेंगे। इस चुनाव में उम्मीदवार का चुनाव तय कोटा के अनुसार प्रथम और द्वितीय वरीयता के वोटों के आधार पर किया जाएगा। चुनाव आयोग संबंधित विधायकों और उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर कोटा तय करता है।

उम्मीदवार कौन हैं?
बीजेपी – पंकजा मुंडे, परिणय फुके, योगेश तिलेकर, अमित गोरखे और सदाभाऊ खोत
शिवसेना – भावना गवली और कृपाल तुमाने
राष्ट्रवादी – राजेश विटेकर और शिवाजीराव गर्जे
कांग्रेस-प्रज्ञा सातव
उबाठा ग्रुप – मिलिंद नार्वेकर
शेकाप-जयंत पाटील (शरद पवार समूह द्वारा समर्थित)

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