संसद (Parliament) के शीतकालीन सत्र (Winter Session) का शुक्रवार (20 दिसंबर) को आखिरी दिन है। आज भी सदन (House) हंगामे की भेंट चढ़ गया है। लोकसभा (Lok Sabha) की कार्यवाही अनिश्चितकाल (Proceedings Indefinite) के लिए स्थगित (Adjourned) कर दी गई है। गुरुवार को संसद परिसर में हुई हाथापाई के बाद आज भाजपा और विपक्षी नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अमित शाह के भीमराव अंबेडकर साहब पर दिए गए बयान को लेकर विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11:00 बजे शुरू होते ही विपक्ष ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के मुद्दे पर शोर-शराबा शुरू कर दिया। विपक्षी सदस्य सदन के बीचों बीच पहुंच गए। इस दौरान सदन के नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उपस्थित थे। विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच केंद्रीय कानूनमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संविधान संशोधन विधेयक को संसद की संयुक्त कार्य समिति को भेजने का प्रस्ताव रखा। हंगामे के बीच प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर सदन की अनुमति प्रदान की गई।
राहुल के खिलाफ नोटिस
एनडीए सांसदों ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। एनडीए नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने डॉ. बीआर अंबेडकर का अपमान किया है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने विपक्षी नेता राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
राज्यसभा दोपहर 12 बजे तक स्थगित
राज्यसभा में भी अंबेडकर मुद्दे पर हंगामा हुआ, जिसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
संसद ने जेपीसी को भेजने की मंजूरी दे दी
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान आज लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच एक देश-एक चुनाव से जुड़ा 129 वां संविधान संशोधन विधेयक संयुक्त संसदीय समिति के पास भेज दिया गया। इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा अध्यक्ष ने इस दौरान सदस्यों को संसदीय परंपराओं और गरिमा का सम्मान करने का आग्रह किया। उन्होंने सदस्यों को चेताया कि संसद परिसर धरना या प्रदर्शन के लिए नहीं है। ऐसा करने पर कार्यवाही भी की जा सकती है। इसके बाद वंदेमातरम के साथ ही कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
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