Lok Sabha elections: कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में बिखर रही है। कांग्रेस की प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने कहा कि उन्होंने अयोध्या में राम लला के दर्शन क्या किये, कांग्रेस ने उन्हें बाहर का दरवाजा दिखा दिया। इनसे पहले रोहन गुप्ता, गौरव वल्लभ, अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी है।
राम-नाम लिया तो…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार में राम मंदिर के मुद्दे को उठाते हैं। और कांग्रेस से सवाल करते हैं कि कांग्रेस ने एक एडवाइजरी निकाली है कि अयोध्या और राम मंदिर का नाम लिया तो मुंह पर ताला लगा देना। कांग्रेसी डर रहे हैं कि राम का नाम आया तो इनका राम-राम ना हो जाए। हालांकि हिंदुस्था पोस्ट ने यह सवाल कांग्रेस की प्रमुख प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत से पूछा तो उनका जवाब था कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय, दीपेंद्र हुड्डा, चरण सिंह चन्नी और मैं स्वयं राम मंदिर के दर्शन करके आए हैं। लेकिन हमारे साथ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।
कांग्रेस ने श्री राम को बताया काल्पनिक
कांग्रेस पर राम विरोधी होने का आरोप पार्टी छोड़ने वाले लोग यूं ही नहीं लगा रहे हैं। बल्कि कोर्ट में भी कांग्रेस के तत्कालीन सांसद कपिल सिब्बल ने भगवान राम को काल्पनिक कहा था। राधिका ने कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखकर खरी-खरी सुनाई है कि अयोध्या में राम मंदिर जाने के बाद उनका विरोध शुरू हो गया। 22 सालों तक मैंने पार्टी की सेवा की है लेकिन मेरे राम मंदिर जाने पर मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया।
राम के नाम पर टूट सकती है कांग्रेस
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पूरी तरह से बदल चुकी है। पार्टी छोड़ने वाले नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति से कांग्रेस के ज्यादातर नेता परेशान हैं। पार्टी में राम की बात करना पूरी तरह से मना है। ऐसे में जल्द ही कई नेता पार्टी छोड़ सकते हैं।