Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 25 अप्रैल को मुरैना के पुलिस परेड मैदान में आयोजित भाजपा की सभा में विरासत टैक्स व धार्मिक तुष्टिकरण के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। करीब पौन घंटे के अपने भाषण में मोदी कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी हमलावर हुए। इस दौरान उन्होंने मंच से आमजन से देश हित में भाजपा का समर्थन करने की अपील की। जनसभा को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री और गुना प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुरैना प्रत्याशी शिव मंगल सिंह तोमर, भिंड प्रत्याशी श्रीमती संध्या राय और ग्वालियर प्रत्याशी भारत सिंह कुशवाह मंच पर उपस्थित रहे।
कांग्रेस बड़ी समस्या
कांग्रेस को विकास विरोधी बताते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मुरैना ने हमेशा उन्ही लोगों का साथ दिया है, जिनके लिए राष्ट्र प्रथम है। मध्यप्रदेश की जनता जानती है कि समस्या से एक बार पीछा छूट जाए तो फिर उस समस्या से दूर रहने में ही भलाई होती है और जनता ये भी जानती है कि कांग्रेस ऐसी ही बहुत बड़ी समस्या है जो कि विकास विरोधी है। चम्बल के लोग कांग्रेस के कुशासन का वह दौर नहीं भूल सकते हैं, जब कांग्रेस ने चम्बल की पहचान खराब कानून व्यवस्था वाले क्षेत्र के तौर पर बना दी थी। कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को देश के बीमारू राज्यों की श्रेणी में खड़ा कर दिया था, लेकिन भाजपा सरकार ने कांग्रेस द्वारा बनाए गए गड्ढों को भरने के बाद मध्यप्रदेश को नई पहचान दिलाई है।
गिनाई भाजपा सरकार की उपलब्धियां
उन्होने कहा, भाजपा सरकार में चम्बल, काली सिंध, पार्वती लिंक परियोजना से सिंचाई की समस्या दूर होगी। पानी की समस्या को खत्म करने के लिए मुन्दरी बांध जैसे प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। करीब 2.5 हजार करोड़ रुपए की लागत से बना ग्वालियर-श्योपुर रेलवे ट्रैक जैसे आधुनिक आधारभूत संरचना के कार्यों से इस क्षेत्र की तस्वीर बदल रही है। यहां लेदर पार्क भी विकसित किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की देखरेख में ग्वालियर भी मजबूत हो रहा है।
सैन्य शक्ति को कमजोर करने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार
मोदी ने कहा, भाजपा सरकार में हुए विकास को भिंड, मुरैना, ग्वालियर के लोग और ज्यादा अनुभव कर रहे हैं, जिन्होंने कांग्रेस का वह काला दौर देखा है। 4 जून के बाद मध्यप्रदेश के तेजतर्रार मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश का विकास पहले से ज्यादा तेज गति से होगा। देश के सैन्य शक्तियों को कमजोर करने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा के लिए देश से बड़ा और कुछ भी नहीं है लेकिन कांग्रेस के लिए अपना परिवार ही सब कुछ है। कांग्रेस की नीति है कि जो देश के लिए सबसे ज्यादा योगदान करे, मेहनत करे, समर्पण करे उसे सबसे पीछे रखा जाता है। इसलिए कांग्रेस ने कई वर्षों तक सेना के जवानों की वन रैंक वन पेंशन जैसी मांग पूरी नहीं होने दी लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही वन रैंक वन पेंशन को लागू किया गया और सीमा पर खड़े जवान को सम्मान दिया।
धर्म के नाम देश को बांटने का आरोप
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासन में वीर जवानों के हाथ बंधे हुए थे लेकिन भाजपा ने सैनिकों को ईंट का जवाब पत्थर से देने की अनुमति और दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है। देश में लाखों स्वयं सहायता समूहों के जरिए महिलाओं की मदद कर रहे हैं। धर्म के आधार पर देश को बांटने के लिए कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आजादी के समय कांग्रेस ने धर्म के नाम पर देश का विभाजन किया था। मां भारती के हाथों की जंजीरें काटने की जगह कांग्रेस ने मां भारती की भुजाएं ही काट दी थी। कांग्रेस ने देश के टुकड़े कर दिए थे। कांग्रेस को लगता है कि यही उसके फायदे का रास्ता है और आज एक बार फिर कांग्रेस सत्ता की कुर्सी के लिए छटपटा रही है। कांग्रेस कुर्सी पाने के लिए भांति-भांति के खेल रच रही है। कांग्रेस देश के करोड़ों नागरिकों की आंखों में धूल झोंक कर सत्ता हथियाने के लिए जनता के भविष्य को बर्बाद करने पर तुली हुई है। कांग्रेस फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रही है। कांग्रेस सरकार ने कर्नाटक में समुदाय विशेष को ओबीसी घोषित कर दिया और कांग्रेस ने ओबीसी समुदायों के हक को छीन कर एक वर्ग विशेष को दे दिया।
धार्मिक आधार पर आरक्षण देना चाहती है कांग्रेस
धार्मिक आधार पर आरक्षण देने की राजनीतिक साजिश करने के लिए कांग्रेस कि आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अंबेडकर ने धर्म आधारित आरक्षण को सिरे से नकार दिया था, लेकिन कांग्रेस ने कर्नाटक में धोखे से एक वर्ग विशेष को आरक्षण दे दिया। वोट बैंक और तुष्टीकरण में डूबी कांग्रेस कर्नाटक के इसी मॉडल को पूरे देश में लागू करना चाहती है। कांग्रेस दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का हक छीनने का षड्यंत्र लंबे समय से रच रही है। कांग्रेस ने 19 दिसंबर 2011 को अपनी केन्द्र सरकार के दौरान सदन में ओबीसी समुदाय के 27 प्रतिशत आरक्षण का एक हिस्सा काटकर धार्मिक आधार पर एक धर्म विशेष को देने का एक प्रस्ताव रखा था। इसके बाद 22 दिसंबर 2011 को इसका आदेश भी दे दिया, लेकिन बाद में आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने कांग्रेस सरकार के इस आदेश को रद्द कर दिया।
अपने घोषणापत्र में धार्मिक आरक्षण के लिए कानून बनाने का किया वादा
उन्होंने कहा कि इसके बाद कांग्रेस उच्चतम न्यायालय गई, लेकिन वहां भी उन्हें राहत नहीं मिली।बाद में कांग्रेस ने 2014 के अपने घोषणापत्र में धार्मिक आरक्षण के लिए कानून बनाने का वादा किया। लेकिन 2014 में दलित, ओबीसी और आदिवासी समाज ने एकजुटता से इसका विरोध किया और कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया। कांग्रेस अपने अधूरे काम को पूरा करने के लिए फिर से नई चाल चल रही है। कांग्रेस सत्ता में आने पर मध्यप्रदेश के कुशवाह, यादव, गुर्जर, गड़रिया और धाकड़ प्रजापति समाज के आरक्षण को छीन कर अपने चहेते वोटबैंक को देने का मन बना कर बैठी है। लेकिन जनता कांग्रेस को अपने मंसूबों में सफल नहीं होने देगी और कांग्रेस को पूरी तरह साफ कर देगी।
80 करोड़ जरूरतमंदों को निशुल्क राशन मुहैया करायाः प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने बिना किसी भेदभाव के 80 करोड़ जरूरतमंदों को निशुल्क राशन मुहैया कराया, 4 करोड़ गरीबों को पक्के मकान दिए और 11 करोड़ घरों तक नल से जल पहुंचाया। हर वर्ग को सभी सुविधाएं समान रूप से मिलनी चाहिए, लेकिन अगर कांग्रेस सरकार होती तो ये सभी सुविधाएं दलितों, वंचितों, गरीबों और आदिवासियों को देने की बजाय धर्म के आधार पर देती। प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि शाही परिवार के शहजादे देश की संपत्ति और महिलाओं के गहने-जेवरों का सर्वे कर जब्त करने और उसे अपने वोट बैंक में बांटने की सार्वजनिक रूप से घोषणा कर रहे हैं। ये तो पहले ही कहा गया था कि कांग्रेस के घोषणापत्र में मुस्लिम लीग का प्रतिबिंब है। इसके अलावा कांग्रेस मृत्यु के बाद बची संपत्ति पर विरासत कर लगाकर उसे छीनने की भी योजना बना रही है। विरासत कर से जुड़े तथ्य देश की आंखे खोलने वाले हैं।
राजीव गांधी ने विरासत कर कानून को किया खत्म
नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के स्वर्गवास के बाद उनकी विरासत का एक हिस्सा उनके बच्चों के मिलने से पहले सरकार ने छीन लिया था क्योंकि कांग्रेस ने पहले भी ऐसा कानून बनाया था। लेकिन अपनी संपत्ति को बचाने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विरासत कर कानून को खत्म कर दिया था और इंदिरा गांधी की पूरी संपत्ति बिना टैक्स दिए अपने नाम कर ली। जब खुद पर आई तो कानून हटा दिया और अब पुन: सत्ता पाने के लिए कांग्रेस वही कानून ज्यादा सख्ती से वापस लाने की बात कर रही है।