Lok Sabha Elections 2024 से पहले कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। साल 2024 में कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता कांग्रेस को बॉय-बॉय बोल चुके हैं। पिछले चार महीनों में पार्टी छोड़ने वाले नेताओं की झड़ी-सी लग गई है । कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ , संजय निरुपम, और मिलिंद देवड़ा तक ने पार्टी से किनारा कर लिया है।
इन दो नेताओं ने छोड़ी कांग्रेस
4 अप्रैल कांग्रेस के लिए बहुत बुरा रहा। मुंबई में वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने कांग्रेस को बाय-बाय कर दिया, वहीं दिल्ली में गौरव वल्लभ ने भी हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। इन दो नेताओं का साथ छोड़ना पार्टी के काफी नुकसानदायक माना जा रहा है। खासकर के तब, जब चुनाव सर पर है।
पहले से ही मची है भगदड़
महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माने जाने वाले मिलिंद देवड़ा ने जनवरी महीने में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था और एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हो गए थे। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को कांग्रेस का प्रमुख चेहरा माना जाता था। वे हर मुश्किल घड़ी में पार्टी के साथ खड़े रहे थे । 2014 में नांदेड़ सीट जीती थी ,2019 के लोकसभा चुनाव में अशोक चव्हाण चुनाव हार गए थे। अब बीजेपी के कोटे से राज्यसभा सांसद बन गए हैं। बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र में मजबूत नेता है। उन्होंने कांग्रेस को छोड़ दिया है। उन्होंने एनसीपी अजीत पवार गुट का दामन थाम लिया है।
पंजाब में भी कांग्रेस को झटका
कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए तीन बार के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा है कि अपने क्षेत्र के लोगों को जवाब देना है, कब तक विपक्ष में बैठे रहेंगे। संसद में बोलते रहेंगे लोकिन क्षेत्र का विकास ठप हो जाता है। 14 मार्च को कांग्रेस सांसद परनीत कौर बीजेपी में शामिल हो गईं थीं। पंजाब में आप सांसद सुशील कुमार भी भाजपा में शामिल हो गए।
कुरुक्षेत्र से दो बार के सांसद नवीन जिंदल भी बीजेपी में शामिल हो गए।
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कांग्रेस में हाहाकार
मध्य प्रदेश में तो जनवरी 2024 मार्च 2024 तक कांग्रेस के लगभग 8000 नेता और कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए हैं। कांग्रेस छोड़ चुके नेताओं की लिस्ट लंबी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी , सांसद गजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक संजय शुक्ला, विशाल पटेल , दिनेश अहिरवार आदि भी इस सूची में हैं। राजस्थान में लाल चंद कटारिया, राजेंद्र यादव लाल बैरवा ने भी कांग्रेस छोड़ दी ।
राहुल गांधी का कमजोर नेतृत्व जिम्मेदार
राहुल गांधी जातीय जनगणना की बात कहकर समाज को जाति में बांट रहे हैं। पार्टी के नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी के गलत फैसलों के कारण कांग्रेस का भविष्य अंधकारमय हो गया है।