Lok Sabha Elections: कांग्रेस के वोट बैंक में केजरीवाल की सेंध! जानिये कैसे

जेल जाने से पहले केजरीवाल मौका देखते ही यह बताना शुरू कर देते थे कि 2024 के आम चुनाव में पीएम मोदी से मुकाबला वही ले सकते हैं। इशारों- इशारों में वह राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के पद के उम्मीदवार के योग्य ही नहीं होने की बात कह जात हैं।

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Lok Sabha Elections: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) मोदी सरकार(Modi government) और भाजपा(B J P) पर तो निशान साध रहे हैं, लेकिन सही मायने में केजरीवाल कांग्रेस(Congress) को निपटाने के में जुट गए हैं। सीएम केजरीवाल(CM Kejriwal) कांग्रेस के बारे में बोलते तो हैं लेकिन संभल कर। इसी से पता चलता है कि उनका इरादा कांग्रेस को‌ कमजोर(weaken congress) करना है।

केजरीवाल ने किया कांग्रेस से किनारा
जेल से बाहर आते ही अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री बनने का सपना देखना शुरू कर दिया है। वे अपने भाषणों में लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकल्प के रूप में पेश कर रहे हैं। जेल जाने से पहले केजरीवाल मौका देखते ही यह बताना शुरू कर देते थे कि 2024 के आम चुनाव में पीएम मोदी से मुकाबला वही ले सकते हैं। इशारों- इशारों में वह राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के पद के उम्मीदवार के योग्य ही नहीं होने की बात कह जात हैं। केजरीवाल को यह अच्छी तरह मालूम है कि कांग्रेस उनको नजरअंदाज नहीं कर सकती।

 केजरीवाल की 10 गारंटी का क्या मतलब?
अरविंद केजरीवाल का कहना है कि अगर  इंडी गठबंधन सत्ता में आता है तो वह यह सुनिश्चित करेंगे कि आम आदमी पार्टी की गारंटी पूरी जरूर हो। अरविंद केजरीवाल ने चुनावी वादे के तहत 10 गारंटी पेश की है, जिसमें दिल्ली सरकार की योजनाओं पर मुख्य फोकस है। केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में देश के वोटर को समझाते भी हैं कि लोगों को मोदी की गारंटी और केजरीवाल की गारंटी के बीच चुनाव करना पड़ेगा

आखिर इस बात का क्या मतलब?
अरविंद केजरीवाल से जब यह पूछा गया कि आपकी जो 10 गारंटी हैं, क्या इस पर आपने सहयोगी दलों की राय ली है? उनका कहना है कि चुनाव जीतने के बाद वह अपने सहयोगी दलों से इसे लागू करने के लिए दबाव डालेंगे। कांग्रेस में राहुल गांधी और उनकी टीम का स्टैंड भले ही आम आदमी पार्टी के प्रति कुछ बदल गया हो, लेकिन अरविंद केजरीवाल का स्टैंड कांग्रेस के प्रति अच्छा नहीं है। केजरीवाल 2013 की चतरह कांग्रेस के प्रति अपने स्टैंड पर अभी भी कायम हैं।

फायदे में भाजपा
कांग्रेस ने रामलीला मैदान में सुनीता केजरीवाल को सबसे ज्यादा अहमियत दी थी। सुनीता केजरीवाल को सोनिया गांधी के बगल में बिठाया गया था। केजरीवाल को जेल से जमानत मिलते ही पहले से तय कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संयुक्त कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया। केजरीवाल‌ अब देश भर का दौरा करेंगे। अभी तक संजय सिंह विपक्षी दलों के नेताओं खासकर अखिलेश यादव के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते रहे हैं,राहुल गांधी और अखिलेश यादव के सपोर्ट में  कन्नौज की रैली में भी गए थे।

दिल्ली और पंजाब में आप का प्रभाव
अरविंद केजरीवाल का सबसे ज्यादा प्रभाव दिल्ली और पंजाब की राजनीति में है। जहां आम आदमी पार्टी की सरकार में बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की लड़ाई से फायदे में दिख रहे केजरीवाल ने कांग्रेस को किनारा करने की रणनीति पर काम तेज कर दिया है। इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिल रहा है। अभी तक राहुल गांधी को ही टेलीविजन चैनल पर फुटेज मिल रहा था, लेकिन अब केजरीवाल ने अपनी महत्वाकांक्षी बातें कर कांग्रेस को किनारे कर दिया है।

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