Lok Sabha Elections: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे जीत की गारंटी हैं, वैसे ही दिग्विजय सिंह हार की गारंटी है। कांग्रेस और दिग्विजय सनातन के लिए कलंक हैं। दिग्विजय सिंह इस बार भी रिकार्ड मतों से चुनाव हारेंगे। भगवान राम को काल्पनिक बताना, राम मंदिर के निर्माण पर सवाल उठाने वाले, भगवा आतंकवाद शब्द गढ़ने वाले, आतंकियो की मौत पर आंसू बहाने व जाकिर नाइक को शान्ति दूत बताने वाले एक ही व्यक्ति हैं और उनका नाम दिग्विजय सिंह हैं। हम सबको इनसे सावधान रहना है, क्योंकि हिंदुओं व हिंदुस्तान के लिए यह सबसे ज्यादा घातक है। काग्रेस का चरित्र सबके सामने आ चुका है।
रिकार्ड मतों से होगी हार
यह बात भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने 10 अप्रैल को राजगढ़ जिले के खिलचीपुर और आगर मालवा के सुसनेर में विधानसभा के कार्यकर्ता सम्मेलन को किया सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह खुद ही स्वीकार कर चुके हैं कि वह जहां भी जाते हैं, कांग्रेस के वोट कट जाते हैं। यहां तो वह खुद चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए रिकार्ड मतों से चुनाव हारना तय हैं। दिग्विजय सिंह पराजय भाव से ही चुनाव लड़ रहे हैं, यही कारण है कि कहीं वह ईवीएम पर सवाल उठा रहे हैं, तो कभी वह 400 प्रत्याशियों के फार्म भरने का दावा कर रहे हैं। वह इसी काम मे जुटे हैं कि किसी भी तरह चुनाव टाल दिए जाए। लेकिन दिग्विजय सिंह अच्छे से जान ले कि चुनाव टलेंगे नहीं उनकी पराजय होना तय है।
दस साल में मोदी ने देश बदल दिया
डॉ. मिश्रा ने कहा कि मोदी वैश्विक नेता हैं। भारत माता को परम वैभव पर ले जाने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं। दस साल में मोदी ने पूरे देश को बदल कर रख दिया। भारत को विश्व की बड़ी शक्ति बना दिया है। दस साल पहले पाकिस्तान सीमा पर हमारे जवानों का सिर काट कर फुटबॉल खेलता था और हमारे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सफेद झंडा लिए शांति की गुहार लगाते थे। रेलवे स्टेशनों पर बम से सावधान रहने की चेतावनी ही सुनाई देती थी। लेकिन दस सालों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की दशा और दिशा बदल कर रख दी है, जो पाकिस्तान कश्मीर मांगता था आज भीख मांग रहा है। कभी कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराना असम्भव होता था। मोदी ने लाल चौक पर तो क्या चांद तक पर झंडा फहरा दिया है। मोदी देश का भविष्य हैं और वो जिस भारत माता मंदिर निर्माण यज्ञ में जुटे हैं उसमें आपको भी आहूति देना है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाते हुए मोदी व भाजपा के संकल्प अबकी बार 400 पार के लक्ष्य के लिए प्राण प्रण से जुट जाने का आव्हान किया।
जनता से विनम्रता के भाव से मिलें
डॉ मिश्रा ने कहा कि आप सब विजयी भाव से ही चुनाव मैदान में रहें लेकिन जनता से जब मिलें तो विनम्रता का भाव हो और कांग्रेसियों मिले तो विजेता का भाव हो। आपके विजयी भाव देख कर ही कांग्रेस कार्यकर्ता का मनोबल गिर जाएगा। वैसे भी कांग्रेस के नेता,कार्यकर्ताओं की मनोस्थिति बदल रही है। चार महीनों में चार लाख कांग्रेसियों का भाजपा में आना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।