लोकसभा आम चुनाव(Lok Sabha Elections) का कार्यक्रम घोषित होने के बाद 16 मार्च से प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के साथ ही राजस्थान पुलिस अवैध हथियारों तथा वांछित अपराधियों की धरपकड़, लाइसेंसी हथियारों को जमा करने तथा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पाबंद करने की कार्यवाही कर रही है। इस क्रम में पुलिस ने अब तक 1,185 अवैध हथियार जब्त किए हैं तथा 1.55 लाख से अधिक लाइसेंसी हथियार जमा किए गए हैं।
कानून-व्यवस्था पर कड़ी नजर
मुख्य निर्वाचन आयुक्त प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राजस्थान में भयमुक्त, निष्पक्ष एवं भेदभाव रहित चुनाव करवाने के लिए प्रदेश भर में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। चुनाव से जुड़ी गतिविधियां शांतिपूर्वक चल रही हैं और अब तक एक भी हिंसक घटना नहीं हुई है। राजस्थान पुलिस मुख्यालय की ओर से भारत निर्वाचन आयोग को इस विषय में नियमित रूप से रिपोर्ट भेजी जा रही है।
गुप्ता ने बताया कि पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में अब तक 1,185 अवैध हथियारों के साथ ही 2,303 कारतूस, 4,129 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और 7 आईईडी (बम) जब्त किए गए हैं. एक अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री पर छापे की कार्रवाई भी की गई है। साथ ही, प्रदेश भर में कुल 1,62,777 लाइसेंसशुदा हथियारों में से 1,55,373 हथियार विभिन्न पुलिस थानों में जमा करवाए गए हैं। कुल 1,692 हथियार लाइसेंस निरस्त किए गए हैं तथा 51 लाइसेंसी हथियारों को जब्त किया गया है।
राज्य भर में 1.70 लाख से अधिक लोग पाबन्द
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य पुलिस ने प्रदेश में 51,362 लोगों को अपराध प्रक्रिया संहिता की धाराओं 107, 108, 110 एवं 151 आदि के तहत पाबंद किया है। इसी प्रकार, 1,18,688 लोगों को संहिता की उक्त धाराओं के साथ ही 109 और 116(3) धाराओं के तहत पाबंद किया है। इस अवधि में 16 लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) सहित अन्य धाराओं में प्रतिबंधित किया है।
कुल 1,400 बस्तियां संवेनशील
गुप्ता के अनुसार, राजस्थान पुलिस ने विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में कुल 1,400 बस्तियों को संवेदनशील आबादी और 4,322 व्यक्तियों को गड़बड़ी फैलाने वाले संदिग्ध लोगों के रूप में चिन्हित किया है। साथ ही, प्रदेश में 299 अन्त:राज्य और 225 अंतरराज्यीय पुलिस नाके लगाए गए हैं। स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभन तथा धन-बल रहित चुनाव के लिए राजस्थान में कुल 3,819 सतर्कता दल भी सक्रिय हैं।