Lok Sabha Session: लोकसभा सचिवालय (Lok Sabha Secretariat) के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष (Lok Sabha speaker) ओम बिरला (Om Birla) ने सदन को बताया कि पहले सत्र में संसद की 103 प्रतिशत उत्पादकता (103 percent productivity) हासिल की गई।
18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू हुआ और 2 जुलाई को प्रधानमंत्री के जवाब के साथ समाप्त हुआ। सत्र सात बैठकों में फैला था और 34 घंटे तक चला। पूरे सत्र के दौरान 50 सदस्यों ने भाषण दिए।
539 सदस्यों ने सार्वजनिक पद की शपथ ली
27 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर 18 घंटे की चर्चा हुई, जिसमें 68 सदस्यों ने भाग लिया। संसद की संयुक्त बैठक के लिए राष्ट्रपति द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव पारित किए जाने के साथ सत्र समाप्त हो गया। पहले दो दिनों में संसद के दोनों सदनों के 539 सदस्यों ने सार्वजनिक पद की शपथ ली। पहले सत्र की कार्यवाही में हर तरफ से जोशीले भाषण दिए गए। चर्चा में NEET-UG परीक्षा, पेपर लीक, अग्निपथ योजना और मणिपुर जैसे मुद्दे छाए रहे।
रिकॉर्ड से हटा दिया
विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी विवाद खड़ा किया, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अल्पसंख्यकों के प्रति हिंसा और नफरत का संदेश फैला रहे हैं और वे ‘असली हिंदू’ नहीं हैं। स्पीकर के आदेश पर उनकी कई टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी के पास ‘बालक बुद्धि, तुमसे न हो पाएगा’। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के जवाब के दौरान विपक्ष के व्यवहार की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पेश किया, क्योंकि वे नारेबाजी कर रहे थे और उनके भाषण में बाधा डाल रहे थे।
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