Lok Sabha Elections: पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 अप्रैल को सीधी लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ. राजेश मिश्रा के समर्थन में रोड-शो कर जनसभा को संबोधित किया। वहीं राजगढ़ लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रोडमल नागर के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। साथ ही वे प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ नागर का नामांकन दाखिल करने भी पहुंचे। इस दौरान पूर्व सीएम ने कांग्रेस पार्टी और राजगढ़ के कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह पर जमकर हमला बोला। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, यहां के कांग्रेस उम्मीदवार के माथे पर मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बनाने का कलंक है। उन्होंने 10 साल मुख्यमंत्री रहते हुए विकास की एक ईट तक नहीं लगाई तो सांसद बनकर क्या करेंगे। साथ ही पूर्व सीएम ने कहा कि, दिग्विजय सिंह हार की भूमिका बना रहे हैं, अभी से ईवीएम पर दोष मढ़ने की तैयारी कर रहे हैं।
कांग्रेस में अब कुछ बचा नहीं हैः शिवराज
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, कांग्रेस अब समाप्ति की ओर हैं। रायबरेली से इंदिरा जी चुनाव लड़ती थी, लेकिन अब कांग्रेस की सर्वोच्च नेत्री मैडम सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ने से ही इनकार कर दिया है। उन्होंने राज्यसभा में बैकडोर से एंट्री ली है। दुर्गति ये है कि, रायबरेली से कांग्रेस के पास कोई उम्मीदवार ही नहीं है। राहुल बाबा ने भी अमेठी से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है वो अमेठी छोड़कर वायनाड चले गए हैं, राहुल गांधी रणछोड़दास बन गए हैं। कांग्रेस पार्टी की ये हालत उनके गलत फैसलों की वजह से है। कांग्रेस में अब कुछ नहीं बच गया है। इसलिए उनके विचारवान नेता कांग्रेस छोड़कर देश के विकास के लिए भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
राममंदिर का विरोध इतिहास में दर्ज होगा
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि, 500 साल का संकल्प पूरा हो रहा था। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर राममंदिर का निर्माण हुआ और रामलला विराजमान हुए। बहनें दीपक जला रही थी, हर घर पर भगवा पताका लहरा रही थी। पूरा देश आनंद के उत्सव में डूबा हुआ था। प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण कांग्रेस को भी दिया गया था। उन्होंने ऑन रिकॉर्ड, लिखित में कहा कि, हम नहीं जाएंगे। अब जब तक सूरज चांद रहेंगे तब तक लिखा रहेगा कि, कांग्रेस ने राममंदिर का विरोध किया था।
मध्यप्रदेश को बनाया बीमारू राज्य
उन्होंने कहा कि, मैं बेटियों की पूजा करता हूं तो यहां के उम्मीदवार कहते थे कि, मैं पाखंड करता हूं, लेकिन तुम क्या जानों बहन-बेटियों की शक्ति। जब मैं बेटियों के पैर धोकर पानी माथे से लगाता हूं तो मेरे काम करने की उर्जा कई गुना बढ़ जाती है। मेरे लिए स्त्रियां देवी का रूप हैं और बेटियां साक्षात देवी हैं। जो व्यक्ति 10 साल मुख्यमंत्री रहा, उसने किसानों के खेतों में एक बूंद पानी नहीं दिया, बिजली नहीं दी, सड़कें नहीं बनवाई। उस समय सड़कों की ये हालत थी कि, पता ही नहीं चलता था, सड़क में गड्ढें हैं या गड्ढों में सड़क। सब कुछ रहते हुए जिन्होंने कुछ नहीं किया वो सांसद बनकर क्या करेंगे।
मोदी नंबर वन नेता
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, सौ साल पहले स्वामी विवेकानंद ने कहा कि, सुदीर्घ रजनी समाप्त जान पड़ती है, महानिशा का अंत निकट है, जो अंधे हैं वो देख नहीं सकते हैं, जो बहरे हैं वो सुन नहीं सकते, लेकिन मैं स्पष्ट रूप से देख रहा हूं कि, भारत माता अंगड़ाई लेकर फिर खड़ी हो रही है और विश्व गुरू के पद पर आसीन हो रही है। एक नरेन्द्र वो थे और एक नरेन्द्र हमारे मोदी हैं जो इस सपने को साकार कर रहे हैं। मोदी अद्भुत काम कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में ही भारत विश्व गुरू बनेगा। देश के नंबर वन नेता मोदी हैं और देश की नंबर वन पार्टी भारतीय जनता पार्टी है। इसलिए मध्यप्रदेश से 29 की 29 सीटों पर जीत हासिल कर 29 कमल के फूलों की माला मोदी जी के गले में डालना है और मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाना है।
सीधी में मामा-मामा की गूंज
शिवराज सिंह चौहान ने सीधी में भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर राजेश मिश्रा के समर्थन में रोड-शो किया। रोड-शो में शिवराज की झलक पाने के लिए लोग आतुर नज़र आए। पूर्व सीएम का रोड-शो जिस गली, जिस मौहल्ले, जिस नगर और जिस चौहारे से गुजरा वहां लोगों ने उन पर फूलों की वर्षा कर भव्य स्वागत किया। बड़े-बुजुर्गों ने शिवराज के सिर पर हाथ रख उन्हें जीत का आशीर्वाद दिया। बहनों ने भैया को तिलक लगाकर आरती उतारी और हाथ में पैसे रख दिए तो वहीं भांजे-भांजियों ने मामा-मामा कहकर शिवराज को गले लगा लिया और अपने मामा को चुनाव लड़ने के लिए गुल्लक भेंट किए। पूर्व सीएम शिवराज ने भी भावुक होते हुए कहा कि, ये अपार प्रेम, स्नेह और समर्थन ही मेरी शक्ति है। मैं आप सभी को शीश झुकाकर नमन करता हूं।