Election Commission ने मतदान प्रतिशत(Voting percentage) से संबंधित आंकड़ों पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे(Congress President Mallikarjun Kharge) के आरोपों कों लोकसभा चुनावों(Lok Sabha elections) के बीच भ्रम पैदा करने वाला बताया है। आयोग ने विस्तार से आरोपों का खंडन(Refutation of allegations) करते हुए खड़गे को सलाह दी है कि वे इस तरह के बयान देने से बचें।
खड़गे का आरोप
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस सप्ताह की शुरुआत में इंडी सहयोगियों को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि क्या चुनाव आयोग का वास्तविक मतदान आंकड़ा प्रकाशित करने से इनकार करना, मतदान प्रतिशत आंकड़े जारी करने में देरी करना और अगले चरणों के लिए अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन न करना लोकसभा चुनाव परिणामों से छेड़छाड़ का प्रयास(Attempt to tamper with Lok Sabha election results) है।
आयोग का जवाब
आयोग ने कहा है कि फॉर्म 17सी में दर्ज वोटों की संख्या में किसी भी तरह हेरफेर की कोई गुंजाइश नहीं है। इसकी हस्ताक्षरित प्रति मतदान समाप्ति पर सभी चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को उपलब्ध कराई जाती है। मतगणना के दिन ईवीएम में डाले गए कुल मतों का मिलान उम्मीदवारों या उनके एजेंटों की उपस्थिति में फॉर्म 17सी से किया जाता है।
आयोग की अपील
आयोग ने कहा कि मतदाता मतदान आंकड़ा देर से जारी किए जाने का आरोप तथ्यों से परे है। हमेशा से मतदान की जानकारी ऐप पर उपलब्ध रहती है। आयोग ने किसी भी तरीके से मतदाता मतदान आंकड़ा प्रदर्शित करने के डिज़ाइन या आवधिकता को नहीं बदला है। यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि मतदाताओं और मतदान केंद्रवार आंकड़े मतदान के दिन ही मतदान समाप्ति के समय उम्मीदवार के एजेंट को दिया जाता है। आयोग ने कहा है कि इस संबंध में अधिक स्पष्टता के लिए उनसे संपर्क साधा जा सकता है।