Rajasthan: कांग्रेस को बड़ा झटका, दो पूर्व मंत्रियों समेत ‘इतने’ अधिकारी भाजपा में शामिल

लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस और अन्य दलों के 25 से अधिक दिग्गज नेता भाजपा में शामिल हुए। ग्यारह साल पहले भाजपा छोड़कर जनता सेना पार्टी बनाने वाले मेवाड के दिग्गज नेता रणधीर सिंह भिंडर भी आज अपने समर्थकों के साथ पुन: भाजपा में शामिल हुए।

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Rajasthan: राजस्थान (Rajasthan) में 10 मार्च (रविवार) को दो पूर्व मंत्रियों (former ministers) समेत 25 से अधिक कांग्रेस (Congress) और अन्य दलों के दिग्गज नेता भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) में शामिल हो गए। प्रदेश पार्टी मुख्यालय (State Party Headquarters) में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी और पूर्व कृषि मंत्री लालचंद कटारिया (Lalchand Kataria), पूर्व गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव (Rajendra Yadav) के अलावा सचिन पायलट के समर्थक (Sachin Pilot’s supporters) रहे पूर्व सांसद खिलाड़ी लाल बैरवा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसके अलावा नागौर के कद्दावर जाट नेता रिछपाल मिर्धा, विजयपाल मिर्धा ने भी भाजपा में शामिल होकर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया।

लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस और अन्य दलों के 25 से अधिक दिग्गज नेता भाजपा में शामिल हुए। ग्यारह साल पहले भाजपा छोड़कर जनता सेना पार्टी बनाने वाले मेवाड के दिग्गज नेता रणधीर सिंह भिंडर भी आज अपने समर्थकों के साथ पुन: भाजपा में शामिल हुए। इसके साथ ही जनता सेना का भाजपा में विलय की भी घोषणा की गई। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी मौजूद रहे।

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दो पूर्व मंत्रियों भाजपा में शामिल
भाजपा का दामन थामने वालों में पूर्व मंत्री लालचंद कटारिया, राजेंद्र यादव, पूर्व सांसद खिलाड़ी लाल बैरवा, पूर्व विधायक रिछपाल सिंह मिर्धा, विजयपाल सिंह मिर्धा, आलोक बेनीवाल, रामनारायण किसान, अजमेर से लोकसभा कांग्रेस प्रत्याशी रहे रिजु झुनझुनवाला, भीलवाड़ा की पूर्व जिला अध्यक्ष रामपाल शर्मा, कांग्रेस नेता अनिल व्यास, पूर्व आईएएस ओंकार सिंह चौधरी, गोपाल राम कूंकणा, डॉ. आलोक जांगिड़, कांग्रेस सेवादल के पूर्व अध्यक्ष सुरेश चौधरी, राजेंद्र परसवाल, शैतान सिंह मेहरडा, कर्मवीर चौधरी, जगन्नाथ बुरडक, कर्मवीर चौधरी, रामनारायण झांझरा, कुलदीप ढेवा, बच्चू सिंह चौधरी, रामलाल मीणा, महेश शर्मा, रणजीत सिंह, मधुसूदन शर्मा और अंतरराष्ट्रीय बाडीबिल्डर प्रिया सिंह मेघवाल प्रमुख हैं।

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प्रधानमंत्री की नीतियों से प्रभावित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पार्टी जॉइन करने वाले नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि 2014 से पहले जो पार्टी पंचायत से लेकर देश पर राज करती थी। जनता उन पर विश्वास करती थी, लेकिन ये लोग बार-बार जनता के बीच जाकर बार-बार जनता को धोखा देते थे। शर्मा ने कहा कि प्रदेश की सरकार हर छह महीने में जनता को अपने काम का हिसाब देगी। शर्मा ने कहा कि गहलोत सरकार के विधानसभा में किए वादों को भी निकलवा रहा हूं। मैं अशोक गहलोत को चुनौती देना चाहता हूँ कि वे बताएं कि उन्होंने कितने वादे पूरे किए। हमने ईआरसीपी और यमुना समझौता किया है। सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर जो लोग भाजपा में आए हैं, उनका स्वागत है। एक बार फिर राजस्थान की सभी 25 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों को जिताकर प्रधानमंत्री मोदी को 25 कमल की माला पहनाएंगे।

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एससी आयोग को वैधानिक दर्जा
पूर्व सांसद और राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी का विजन और देश को आगे बढ़ाने की नीयत को देखकर वे भाजपा में शामिल हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत से एससी आयोग को वैधानिक दर्जा देने की मांग की, लेकिन पूरी नहीं हुई, क्योंकि वे एससी-एसटी को अपनी धरोहर मानते हैं, जबकि भाजपा ने अर्जुनराम मेघवाल को कानून मंत्री बनाया है। आज भाजपा का एससी-एसटी पर खास फोकस है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत गुलाम समझते थे। पूर्व मंत्री लालचंद कटारिया ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि उन्हें बहुत दिनों से अंतरात्मा कचोट रही थी। आज वे अंतरात्मा की आवाज पर भाजपा के साथ आए हैं। ईआरसीपी पर उन्होंने कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा ने भागीरथी को लाने का काम किया है। वे नेता नहीं कार्यकर्ता बनकर आए हैं। नेतृत्व जो कहेगा, वह काम करेंगे।

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