कर्नाटक के उप-सभापति एसएल धर्मे गौडा की आत्महत्या के मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग उठने लगी है। इस मांग पर अब लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने भी बल दिया है। उन्होंने इसकी जांच स्वतंत्र जांच एजेंसी के जरिये कराए जाने की मांग की है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एसएल धर्मे गौडा की मौत पर दुख प्रकट करते हुए लिखा है कि,
विधान परिषद में उनके साथ घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी। ये लोकतंत्र पर गंभीर हमला है। यह आवश्यक है कि इस स्वतंत्र जांच एजेंसी से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। हम सभी की ये जिम्मेदारी है कि हम वैधानिक प्रक्रियाओं की रक्षा करें और उसकी प्रतिष्ठा को बनाए रखें।
कर्नाटक विधानपरिषद उपाध्यक्ष श्री एसएल धर्मगौड़ा के निधन की दुखद खबर से व्यथित हूं। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।
पीठासीन अधिकारी के रूप में उनके साथ सदन में हुआ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम लोकतंत्र की गरिमा पर कठोर आघात है। उनकी मृत्यु की उच्च स्तरीय-निष्पक्ष जांच आवश्यक है।— Om Birla (@ombirlakota) December 30, 2020
ये थी घटना
एसएल धर्मे गौडा जनता दल सेक्युलर के विधायक थे। उनका शव रेलवे ट्रैक के किनारे कदूर तहसील के गुणसगारा में मिला था। वे मूल रूप से वहीं के रहनेवाले थे। एसएल घर्मे गौडा सोमवार को सक्करयपट्टना के अपने फार्म हाउस से ड्राइवर के साथ निकले थे। लेकिन जब वे नहीं लौटे तो खोजबीन शुरू हुई। पुलिस को उनका शव रेलवे ट्रैक के किनारे मिला था।
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#WATCH Karnataka: Congress MLCs in Karnataka Assembly forcefully remove the chairman of the legislative council pic.twitter.com/XiefiNOgmq
— ANI (@ANI) December 15, 2020
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सूत्रों के अनुसार एसएल धर्मे गौडा के शव के पास पड़े सुसाइड नोट में विधान परिषद में हुई घटनाओं का उल्लेख है। इस मामले मे अरसिकेरे पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। गौडा चर्चा में उस समय आए थे जब विधान परिषद में उप-सभापति की कुर्सी पर विराजमान रहने के बीच कांग्रेस के सदस्यों ने उन्हें खींचकर उठाया और ढकेल कर बाहर कर दिया।
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