मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए 82.73 प्रतिशत मतदान रहा। मंदसौर विधानसभा में 80.84 प्रतिशत, मल्हारगढ में 86.06 प्रतिशत, सुवासरा विधानसभा में 82.91 प्रतिशत और गरोठ विधानसभा में 81.21 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान करने के लिए सुबह से ही मतदान करने वालों की कतारें लगना शुरू हो गई थी। जिले में मतदान प्रातः 7 बजे से प्रारंभ हुवा। मतदान के लिए शतायु मतदाताओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी मतदान केन्द्रों पर फोर्स भी तैनात रहा जो प्रत्येक मतदाता की सुविधा असुविधा का ध्यान रख रहा था।
प्रशासन में पूरे दिनभर भी अलर्ट मोड पर रहा जिले में कही पर कोई अप्रिय घटना नहीं घटी मतदान पूरी तरह से शांतिप्रिय रहा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दिलीप कुमार यादव एवं पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने मतदान केंद्रों डिगाव, सीतामऊ, लदुना, खजूरी गौंड, नाहरगढ, माल्या खेरखेड़ा में आदर्श मतदान केंद्र, पिंक मतदान, क्रिटिकल एवं सामान्य मतदान केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया तथा मतदाताओं को दी जा रही सुविधाओं का अवलोकन भी किया।
दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए रहीं विशेष व्यवस्थाएं
दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं को बिना किसी असुविधा के मतदान कर सके। इसके लिए भी निर्देश दिए गए थे मतदान केंद्रों पर दिव्यांगों एवं बुजुर्गों को दी जारी सुविधाओं के कार्यों की प्रशंसा भी की गई। दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्रों पर व्हील चेयर की सुविधा भी उपलब्ध थी।
पिंक और आदर्श मतदान केंद्र रहें आर्कषण का केन्द्र
पिंक एवं आदर्श मतदान केंद्रों की माध्यम से मतदाताओं की मतदान के प्रति रूचि बड़ी। पहले मतदाताओं को लाइन में लंबी कतार के माध्यम से खड़ा होना पड़ता था, लेकिन इस बार मतदाताओं को इस प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। आदर्श मतदान केंद्र पर आए मतदाता कहते हैं कि यहां पर उनके बैठने के लिए सोफे लगाए गए हैं। टेंट की व्यवस्था की गई है। पानी की व्यवस्था की गई हैं। यह मतदान केन्द्र आर्कषण का केन्द्र रहें।
कलेक्टर पहुंचे वेबकास्टिंग रूम
कलेक्टर ने क्रिटिकल मतदान केंद्रों के लिए डाइट कॉलेज मंदसौर में बनाया गया वेबकास्टिंग कंट्रोल रूम का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वेबकास्टिंग के माध्यम से क्रिटिकल मतदान केंद्रों की निगरानी की जा रही है, उसका अवलोकन किया। उसके संबंध में जानकारी ली। डाइट कॉलेज मंदसौर में इसके लिए एक विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया था।