महाराष्ट्र की राजनीति में भतीजे के कारण चाचा को परेशानी में पड़ने के कई मामले देखे जा चुके हैं। यहां की राजनीति में चाचा-भतीजे के बीच विवाद भी कोई नई बात नहीं है। उदाहरण के तौर पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार अपने भतीजे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के कारण कई बार परेशान हो चुके हैं। इसी तरह भारतीय जनता पार्टी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे अपने भतीजे धनंजय मुंडे की कारगुजारियों से परेशान रहा करते थे। राज ठाकरे भी अपने चाचा शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे की वजह से परेशान हो गए थे। ऐसे और भी कई उदाहरण दिए जा सकते हैं। अब, एक बार फिर, एक और भतीजे ने अपने चाचा को राज्य की राजनीति में परेशानी में डाल दिया है। वो चाचा देवेंद्र फडणवीस हैं, जो राज्य में विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। देवेंद्र फडणवीस, जो आमतौर पर अपने विरोधियों को छक्के मारने का मौका नहीं देते हैं, इस बार फंसे हुए दिख रहे हैं। उनसे यह सवाल किया जा रहा है कि क्या टीकाकरण में भी भाई-भतीजावाद किया जा रहा है?
कांग्रेस के निशाने पर फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस के भतीजे तन्मय ने खुद की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने अपने टीकाकरण की बात कही है। हालांकि उन्होंने कुछ ही देर में उसे डिलीट भी कर दिया। लेकिन इससे पहले ही उनका स्क्रीनशॉट वायरल हो गया। तन्मय की उम्र 45 साल से ज्यादा नहीं, बल्कि केवल 23-24 साल है और वे फ्रंटलाइन वर्कर भी नहीं हैं, इसलिए सोशल मीडिया पर उन्हें कोरोना वैक्सीन कैसे मिली, यह सवाल पूछा जा रहा है। बता दें कि मोदी सरकार ने फिलहाल 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को ही टीका लगाने की शर्त रखी है। इस हाल में 45 साल से कम उम्र के फडणवीस के भतीजे का टीकाकरण कैसे हो सकता है? क्या भाजपा नेताओं के परिजनों का जीवन महत्वपूर्ण है? क्या अन्य लोग कीड़े हैं? क्या उनके जीवन का कोई महत्व नहीं है?, कांग्रेस के ट्विटर अकाउंट से इस तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं।
४५ वर्षांवरील लोकांनाच लस देण्याची अट मोदी सरकारने घातलीये. असं असताना फडणवीसांच्या ४५ वर्षांपेक्षा कमी वय असलेल्या पुतण्याला लस मिळतेच कशी?
भाजप नेत्यांच्या कुटुंबीयांचा जीव महत्त्वाचा मग इतर लोक काय किडेमुंग्या आहेत का? त्यांच्या जिवाची काहीच किंमत नाही का! pic.twitter.com/oN49h5xiiC
— Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) April 19, 2021
फडणवीस ने कही ये बात
तन्मय फडणवीस मेरे दूर के रिश्तेदार हैं। मुझे इस बात का कोई अंदाजा नहीं है कि उन्हें टीके की खुराक किस मापदंड से मिली। यदि यह नियमों के अनुसार किया जाता है, तो इसके लिए आपत्ति करने का कोई कारण नहीं है। लेकिन अगर नियमों का उल्लंघन किया जाता है, तो यह पूरी तरह से अनुचित है। मेरी पत्नी और बेटी को टीका नहीं लगाया गया है क्योंकि वे पात्र नहीं हैं। मेरा मानना है कि सभी को नियमों का पालन करना चाहिए।
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कौन हैं तन्मय फडणवीस?
तन्मय पूर्व मंत्री शोभा फडणवीस के पोते हैं और 25 साल से अधिक उम्र के नहीं हैं। वह विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के भतीजे हैं। ट्विटर पर उनके अभिनेता होने का उल्लेख किया गया था और नागपुर में नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में टीका लगाए जाने की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।