महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण से राहत जरुर मिली है लेकिन खतरा अभी भी बरकार है। इसके बावजूद सभी पार्टियां एशिया की सबसे अमीर मुंबई समेत अन्य महानगरपालिकाओं के चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं। ये चुनाव 2022 में होने हैं। भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ सत्ताधारी पार्टी शिवसेना भी इस चुनाव के लिए कमर कस चुकी है। सभी पार्टियो के नेता इसके लिए प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। फिलहाल सभी की निगाहें सत्तारूढ़ शिवसेना पर लगी हैं। वे शिवसेना की रणनीति पर नजर बनाए हुए हैं। इसी कड़ी में आदित्य ठाकरे की युवा सेना शिवसेना की जीत के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। युवा सेना का एक चेहरा इस समय सबका ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। इस युवा नेता ने राज्य भर में तूफानी दौरी शुरू कर दिया है और इनके दौरों को अच्छा प्रतिसाद भी मिल रहा है।
यह चेहरा खींच रहा है सबका ध्यान
वरुण सरदेसाई
इन दिनों वरुण सरदेसाई के नाम की काफी चर्चा है। इसका कारण यह है कि कुछ दिन पहले कहा जा रहा था कि युवा सेना के अध्यक्ष का पद अब वरुण सरदेसाई को मिलने वाला है। तब से ही वे चर्चा मे हैं। इसी क्रम में वरुण के महाराष्ट्र दौरे ने भी सबका ध्यान खींचा है। वरुण सरदेसाई पार्टी पदाधिकारियों से संवाद साध रहे हैं और इसके जरिए वे पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं।
आदित्य के रिश्तेदार और वफादार
वरुण सरदेसाई ठाकरे परिवार के काफी करीब हैं। उन्हें आदित्य ठाकरे के वफादार सहयोगी के रूप में देखा जाता है। वरुण ने सबसे पहले इस बात पर जोर दिया था कि आदित्य ठाकरे को विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए। लोकसभा चुनाव के दौरान वे शिवसेना के स्टार प्रचारक थे। उन्होंने आदित्य ठाकरे की जन आशीर्वाद यात्रा की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
तो क्या वरुण युवा सेना के अध्यक्ष बन सकते हैं?
पर्यावरण मंत्री बनाए जाने के बाद आदित्य ठाकरे काफी व्यस्त हैं। इसलिए उनके मौसेरे भाई वरुण सरदेसाई के युवा सेना प्रमुख बनाए जाने की चर्चा है। अगर ऐसा होता है तो शिवसेना के इतिहास में पहली बार यह महत्वपूर्ण पद ठाकरे परिवार से बाहर के किसी नेता को दिया जाएगा।