महाराष्ट्र में शिवसेना को लगातार झटके लग रहे हैं। इसी क्रम में उसे एक और झटका लगा है। शिवसेना विधायक संतोष बांगर, जो कल तक शिवसेना के ठाकरे गुट के लिए लड़ रहे थे और ठाकरे के साथ थे, वे भी साथ छोड़कर शिंदे गुट के साथ चले गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार वे 4 जुलाई को शिंदे गुट में चले गए।
संतोष बांगर 3 जुलाई को राहुल नार्वेकर के विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में एमवीए गुट के उम्मीदवार के लिए मतदान किया था। लेकिन वे 4 जुलाई को शिंदे गुट के साथ दिखे। यह भी कहा जा रहा है कि बांगर की 3 जुलाई की रात एकनाथ शिंदे से बात हुई थी। शिवसेना को यह झटका विधानसभा में सरकार के बहुमत परीक्षण से पहले लगा।
हिंगोली के विधायक हैं संतोष बांगर
बता दें कि संतोष बांगर ने शिवसेना के विद्रोह के बाद भावनात्मक बयान दिया था। इसके साथ ही उन्होंने अपने जिले में असंतुष्टों के खिलाफ सार्वजनिक स्टैंड भी लिया था, लेकिन अब जब बांगर ने अपना मन बदल लिया है, तो शिवसेना को बड़ा झटका लगा है। बांगर हिंगोली में कलामनुकारी से विधायक हैं।
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फफक-फफककर रोए थे बांगर
24 जून को शिवसेना की ओर से हिंगोली में असंतुष्टों के खिलाफ मोर्चा निकाला गया था। तब संतोष बांगर ने भाषण दिया। इस भाषण में वे खूब रोए थे। उन्होंने एकनाथ शिंदे से कहा था कि आप पार्टी में वापस आ जाओ, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उन्होंने शिंदे को माफ करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि शिवसैनिक हमेशा उद्धव ठाकरे का समर्थन करेंगे। लेकिन इस तरह की भावनात्मक भाषण करने वाले संतोष बांगर अब खुद शिंदे गुट में शामिल हो गए है।