बालासाहेब ठाकरे के समय से वफादार शिवसैनिक सांसद गजानन कीर्तिकर 11 नवंबर को उद्धव ठाकरे को झटका देते हुए शिंदे समूह में शामिल हो गए। कीर्तिकर ने प्रभादेवी के रवींद्र नाट्यमंदिर में बालासाहेबांची शिवसेना का झंडा थाम लिया। इसके साथ ही शिंदे गुट के सांसदों की संख्या 13 हो गई है।
पहले से ही थी चर्चा
पिछले कुछ दिनों से चर्चा थी कि कीर्तिकर शिंदे गुट में शामिल होंगे। शिवतीर्थ पर दशहरा रैली में बोलते हुए शिंदे उद्धव ठाकरे को कहा था कि उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांंग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करके गलती की है, और उस गलती को उन्हें दोहराना नहीं चाहिए। इसके बाद उन्होंने शिंदे गुट के नेता रामदास कदम से मुलाकात की। उसके बाद लोकाधिकार समिती महासंघ के कार्यक्रम में वे शामिल नहीं हुए थे। कीर्तिकर इस संगठन के अध्यक्ष थे। उसके बाद से चर्चा थी कि वे जल्द ही उद्धव ठाकरे को छोड़ेंगे। अब कीर्तिकर शिंदे गुट में शामिल होने से उद्धव ठाकरे के पास केवल 6 सांसद रह गए हैं।
चार बार रहे विधायक
गजानन कीर्तिकर 1990 से 2009 के बीच मलाड विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक चुने गए। वे शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी सरकार में गृह राज्य मंत्री थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से गुरुदास कामत को 1 लाख 83 हजार वोटों के अंतर से हराया था। वे लगातार दो बार इस निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए हैं।