सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद आखिरकार महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव कराए गए। जिला परिषद और जिला पंचायत समिति के उपचुनावों के परिणाम 6 अक्टूबर को घोषित किए गए। खास बात यह है कि यह चुनाव सभी राजनीतिक दलों ने अलग-अलग लड़ा था। महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने स्थानीय स्तर पर राजनीतिक समीकरण तय करने की स्वतंत्रता दी थी। भाजपा ने भी इसी तरह की लचीली नीति अपनाई थी। प्रदेश की कई महत्पूर्ण महानगरपालिकाओं के चुनाव से पहले इस निकाय चुनाव के परिणाम को उसके ट्रेलर के तौर पर देखा जा रहा है। फिलहाल इस निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी बढ़त बरकार रखी है, वहीं महाविकास आघाड़ी की तीन पार्टियों में से कांग्रेस डार्क हॉर्स साबित हुई है। उसने अच्छे परिणाम से अपनी सहयोगी पार्टियो को चौंकाया है। कांग्रेस के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी दम दिखाया है, जबकि शिवसेना के लिए इसके परिणाम सबक के तौर पर देखे जा रहे हैं।
शिवसेना के लिए बड़ा सबकः प्रवीण दरेकर
निकाय चुनाव आने के बाद भारतीय जनता पार्टी नेता और विधानपरिषद मे विपक्षी नेता प्रवीण दरेकर ने शिवसेना पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है, ‘चुनाव के नतीजे आने के बाद यह साबित हो गया है कि भाजप की ताकत बनी हुई है, हमारी बढ़त आगे भी जारी रहेगी। लेकिन यह शिवसेना के लिए बड़ा सबक है। महाविकास आघाड़ी में बड़ा भाई शिवसेना छोटा भाई होने लगी है। शिवसेना के लिए यह अहम संकेत है। इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने अपने दम पर पार्टी को आगे बढ़ाने की कोशिश की है और उन्हें इसमें सफलता मिली है। भले ही नाना महाविकास आघाड़ी के साथ हैं, लेकिन पार्टी उनके लिए प्राथमिकता है।’
ये भी पढ़ेंः ‘हिंदुओं का नरसंहार लगातार जारी है’ – अंकुर शर्मा
यह तो शुरुआत हैः नाना पटोले
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले इस परिणाम से काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, ‘यह कांग्रेस पार्टी की जीत की शुरुआत है। इस चुनाव में हम भाजपा के बराबर हैं, लेकिन आगे के चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होगी। हालांकि हम महाविकास आघाड़ी के साथ हैं, लेकिन सभी ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा है। अगर हम एक साथ लड़ते तो दूसरी पार्टी के नेता कह सकते थे कि हमारी वजह से कांग्रेस जीती है, लेकिन फिलहाल इस तरह का कोई दावा वे नहीं कर सकते। अब हमारी पार्टी गांव के लोगों तक पहुंच रही है।’
चुनाव परिणाम
6 जिला परिषद
कुल सीटें 85
भाजपा – 23
शिवसेना – 12
राष्ट्रवादी – 17
कांग्रेस-17
अन्य – 16
पंचायत समिति
कुल सीटें – 144
भाजपा – 33
शिवसेना – 22
राष्ट्रवादी – 16
कांग्रेस-35
अन्य – 38