महाविकास आघाड़ी की सरकार में मतांतरों का महाविकास भी तेजी से हो रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए प्रतिबंध कड़ा किया जाए या लॉकडाउन लगाया जाए इसको लेकर भी जुगलबंदी शुरू है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को लॉकडाउन के लिए तैयार रहने का निर्देश दे दिया है। जिसके बाद सरकार के भीतर और विपक्ष में भी ‘लॉकडाउन’ (टीका-टिप्पणी) की परिस्थिति बन गई है।
मुख्यमंत्री ने 28 मार्च को निर्देश दिया था कि, निर्बंध (प्रतिबंध) का कड़ाई से पालन न होने के कारण लॉकडाउन की तैयारी करो। यह निर्देश मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना संक्रिमतों की संख्या में तेजी से हो वृद्धि को देखते हुए जारी किया था। लेकिन उनके इस निर्देश का प्रतिसाद उनके मंत्रीमंडल और विपक्ष में उल्टा देखने को मिला।
निर्बंधांचे काटेकोर पालन नसल्याने लॉकडाऊनबाबत नियोजन करा – तातडीच्या बैठकीत मुख्यमंत्र्यांचे प्रशासनाला निर्देश https://t.co/EfFBho3Qo2
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) March 28, 2021
स्वास्थ्य मंत्री की भी ‘ना’
पूर्व की तरह कड़ा लॉकडाउन करना अब संभव नहीं है। सरकार का प्रयत्न भीड़ को कम करने की ओर है। राज्य की आर्थिक स्थिति के साथ लोगों के स्वास्थ्य की भी चिंता राज्य सरकार को है इसलिए कड़े प्रतिबंध लागू करने का सरकार का लक्ष्य है।
राजेश टोपे
स्वास्थ्य मंत्री – महाराष्ट्र
बाबा को भी लॉकडाउन नापसंद है
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी लॉकडाउन का विरोध किया है। उन्होंने, सरकार से गरीबों के लिए आर्थिक सहायता की व्यवस्था करने के बाद ही लॉकडाउन की सलाह दी है।
पृथ्वीराज चव्हाण – पूर्व मुख्यमंत्री
विरोध में बोले नवाब
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि लॉकडाउन कोई पर्याय नहीं है। हमने मुख्यमंत्री से लॉकडाउन न करने का आग्रह किया है। इसकी ऐवज में हमने स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी की मांग की है।
नवाब मलिक
मंत्री- महाराष्ट्र
…तो लगाएंगे लॉकडाउन : भुजबल
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल ने अपने गृह क्षेत्र में व्यापारिक प्रतिष्ठानों का दौरा किया था। इसके बीच उन्होंने लोगों से मास्क पहनने की अपील की और चेताया भी कि यदि दिशा निर्देशों की पालन ठीक से नहीं किया गया तो लॉकडाउन करने के सिवाय कोई दूसरा पर्याय नहीं होगा।
यावेळी ना. छगन भुजबळ यांनी नागरिकांशी संवाद साधला व नागरिकांना सरकारने जारी केलेल्या नियमावलीचे पालन करण्याचे आवाहन केले. नागरिकांनी नियमांचे पालन न केल्यास लॉकडाऊन करण्याशिवाय पर्याय राहणार नसल्याचेही त्यांनी यावेळी स्पष्ट केले.@ChhaganCBhujbal#Nashik#COVID19
— NCP (@NCPspeaks) March 26, 2021
विपक्ष ने भी लिया निशाने पर
भारतीय जनता पार्टी ने सरकार के लॉकडाउन के निर्णय पर प्रश्न खड़ा किया है। भाजपा ने सोशल मीडिया पर प्रसारित संदेश में लिखा है कि राज्य में दूध के व्यवसाय पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जबकि शराब का व्यवसाय शुरू है।
भारतीय जनता पार्टी
राज्यात लॉकडाऊनची चर्चा सुरू आहे. मात्र अशात दुग्धव्यवसायावर बंदी घातली आहे आणि मद्यविक्री सुरू ठेवण्याचा कारभार ठाकरे सरकारने चालवला आहे. दुसरीकडे सामान्य जनतेला नियमांचे धडे देणाऱ्या सरकारने पब जोशात सुरू ठेवले आहेत. अशात रुग्ण वाढत असतील तर त्यासाठी सरकारच जबाबदार ! pic.twitter.com/wicj1KrJWi
— भाजपा महाराष्ट्र (@BJP4Maharashtra) March 30, 2021
मनसे लॉकडाउन का विरोध
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता बाला नांदगांवकर ने भी शीर्षक दिया है कि, लॉकडाउन से डर नहीं लगता, गरीबी से लगता है। नांदगांवकर ने अपने ट्वीट में लॉकडाउन लगाने के पहले लोगों को बीस हजार रुपए देने की मांग की है।
लॉक डाउन से डर नही लगता है, गरिबी से लगता है
मागील वर्षभर आपण सर्वच जण अनेक प्रकारच्या अडचणी ना सामोरे जात आहोत. पण खरी अडचण होते ती गरीब लोकांची , ज्यांना रोज काम केल्याशिवाय पर्याय नाही. जनतेने मागील वर्षात सरकार चे निर्देश कडकपणे पाळले, थाळ्या हि वाजवल्या व "कोमट पाणी" हि
— Bala Nandgaonkar (@BalaNandgaonkar) March 30, 2021
लॉक डाउन से डर नही लगता है, गरिबी से लगता है
मागील वर्षभर आपण सर्वच जण अनेक प्रकारच्या अडचणी ना सामोरे जात आहोत. पण खरी अडचण होते ती गरीब लोकांची , ज्यांना रोज काम केल्याशिवाय पर्याय नाही. जनतेने मागील वर्षात सरकार चे निर्देश कडकपणे पाळले, थाळ्या हि वाजवल्या व "कोमट पाणी" हि
— Bala Nandgaonkar (@BalaNandgaonkar) March 30, 2021
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