महाराष्ट्रः जितेंद्र आव्हाड के इस निर्णय पर सीएम ने लगाई रोक!

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने कैबिनेट मंत्री के एक महत्वपूर्ण निर्णय पर भी रोक लगा दी है। इसे लेकर महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार में विवाद बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

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आपने आज सुना होगा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस के प्रोजेक्ट को स्थगित कर दिया है। लेकिन अब उन्होंने अपने कैबिनेट मंत्री के निर्णय पर भी रोक लगा दी है। इसे लेकर महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार में विवाद बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

दरअस्ल कुछ दिन पहले गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने टाटा कैंसर अस्पताल को 100 फ्लैट देने की घोषणा की थी। लेकिन अब उनके इस फैसले पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने रोक लगा दी है।

इसलिए आव्हाड ने लिया था ये निर्णय
बता दें कि यह अस्पताल मुंबई के परेल में स्थित है। इस अस्पताल में देश भर से कैंसर के मरीज उपचार के लिए आते हैं। उपचार के दौरान कई मरीज और उनके रिश्तेदार अस्पताल के फुटपाथ पर रहते हैं। मरीजों और उनके रिश्तेदारों की दुर्दशा को देखते हुए, आव्हाड ने अस्पताल को म्हाडा की इमारत में 100 फ्लैट डोनेट करने का फैसला किया था, लेकिन अब मुख्यमंत्री ने उस फैसले पर रोक लगा दी है।

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इसलिए दिया गया स्थगन आदेश
मिली जानकारी के अनुसार शिवसेना के शिवडी के विधायक अजय चौधरी ने मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। सीएम ने इसकी जांच रिपोर्ट आने तक इस फैसले पर रोक लगा दी है। चौधरी द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि मैं शिवडी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता हूं। इस क्षेत्र में सुखकार्ता और विघ्नहर्ता पुनर्निर्मित इमारत में 750 मराठी परिवार रहते हैं। चूंकि इन भवनों का पुनर्विकास किया गया है, इसलिए इनमें यहां के स्थाई निवासियों के साथ ही यहां ट्रांजिट कैंप में रहने वाले लोगों को भी फ्लैट एलॉट किए जाने थे, लेकिन अब गृह निर्माण विभाग ने इन्हें कैंसर रोगियों और उनके रिश्तेदारों को नहीं, बल्कि टाटा अस्पताल को फ्लैट वितरित करने निर्णय लिया है।

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फ्लैटधारक चिंतित
अजय चौधरी ने अपनी शिकायत में कहा है कि इस निर्णय से उपरोक्त भवनों के 750 परिवार चिंतित हैं। इस स्थिति में सुखकार्ता तथा विघ्नहर्ता के निवासियों ने मांग की है कि भोईवाड़ा स्थित म्हाडा संकुल परिसर की पूरी इमारत को कैंसर रोगियों और उनके रिश्तेदारों को दे दिया जाए। कैंसर रोगियों में कोविड-19 का जल्दी संक्रमण होने के खतरे के कारण इन इमारतों के निवासियों में भय का माहौल है। इसलिए गृह निर्माण विभाग द्वारा टाटा अस्पताल को कैंसर रोगियों और उनके रिश्तेदारों को 100 फ्लैट देने के निर्णय को तत्काल स्थगित कर दिया जाना चाहिए और भोईवाड़ा स्थित म्हाडा हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में टाटा उनको फ्लैट दिए जाने चाहिए।

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