Maharashtra Cooperative Bank scam: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) (Nationalist Congress Party) सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) के पोते और विधायक रोहित पवार (Rohit Pawar) प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) (ईडी) के नोटिस के बाद महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 24 जनवरी को के सामने पेश हुए। दक्षिण मुंबई स्थित कार्यालय में रोहित पवार से 11 घंटो से ज्यादा समय तक पूछताछ हुई। ईडी कार्यालय से रात करीब 10 बजे निकालने के बाद उन्होंने बतया की वह जाँच एजेंसी का पूरा सहयोग कर रहें हैं और उन्हें एजेंसी द्वारा 1 फरवरी को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
ईडी का 6 ठिकानों पर छापा
इसी मामले में 5 जनवरी को एजेंसी ने छह स्थानों – बारामती, पुणे, छत्रपति संभाजीनगर, और पिंपरी-चिंचवाड़ में रोहित पवार की कंपनी बारामती एग्रो प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े स्थानों पर तलाशी ली। रोहित पवार बारामती सांसद सुप्रिया सुले और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के भतीजे हैं, जो बारामती विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी हैं। महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक मनी लॉन्ड्रिंग मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने अगस्त 2019 की एफआईआर दर्ज किया था।
चीनी मिल की खरीद का है मामला
रोहित पवार की फर्म में ईडी की जांच महाराष्ट्र स्थित सहकारी चीनी मिल की खरीद के लिए बोली लगाने वाली कंपनी से संबंधित फंड डायवर्जन और बयाना राशि जमा करने के आरोपों पर केंद्रित है। मुंबई पुलिस और ईडी कथित घोटाले में 70 से अधिक नेताओं की संलिप्तता की जांच कर रही है, जिनमें एनसीपी के 50, कांग्रेस के नौ, शिवसेना के दो और भाजपा के एक नेता शामिल हैं।