शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने 24 जून को कहा कि शिंदे समूह का आंकड़ा सिर्फ कागज पर सीमित है। लोकशाही में बहुमत का आंकड़ा विधानसभा में तय होता है। जब शिंदे समूह मुंबई लौटेगा, तभी उसके सही आंकड़े का पता चल सकेगा।
शिवसेना सांसद ने कहा कि इस समय महाराष्ट्र में धमकी दी जा रही है। एक केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को घर तक न पहुंचने की धमकी दी है। इस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को ध्यान देना चाहिए। भाजपा को अपनी भूमिका का खुलासा करना चाहिए। उनका इशारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की ओर था।
कागज पर किए जा रहे दावे में दम नहीं
प्रवक्ता और सांसद संजय राऊत ने कहा शिवसेना के कुछ लोग राज्य के बाहर से पार्टी विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं। इनका दावा सिर्फ कागज पर है, इसका कोई महत्व नहीं है। विधायकों के समर्थक का फैसला विधानसभा में होता है। इसका सही पता इन सभी विधायकों के मुंबई लौटने पर ही चल सकेगा। राऊत ने कहा कि शिंदे समूह के अधिकांश विधायकों की निष्ठा शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे तथा शिवसेना से जुड़ी है। इसलिए इन सभी को पश्चाताप होगा, जिससे यह सभी फिर से शिवसेना में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि बागी विधायकों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। विधायकों के बारे में नियम हैं, इस संबंध में हाई कोर्ट , सुप्रीम कोर्ट का निर्णय है।
धमकी देने की परंरपरा नहीं
संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र में किसी को धमकी देने की परंपरा नहीं है। शिवसेना नेताओं को धमकी मिल रही है। उन्हें भी धमकी दी गई है। यही नहीं, शरद पवार को घर तक न पहुंचने देने की धमकी दी है। शरद पवार वरिष्ठ नेता हैं पितातूल्य हैं। भाजपा को इस संबंध में अपनी भूमिका साफ करना चाहिए।