फोन टैपिंग मामलाः भाजपा के इस बड़े नेता की भी हो जांच, कांग्रेसियों ने दिया ऐसा कारण!

कांग्रेस ने कहा है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन उन्होंने फोन टैपिंग का रिकॉर्ड किसको दिया। फोन टैपिंग का मूल उद्देश्य क्या था। इस की जांच होनी चाहिए।

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महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि फोन टैपिंग मामले में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की भूमिका की जांच आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ फोन टैपिंग मामले में मामला दर्ज किया गया है लेकिन मामले की जड़ तक जाना जरूरी है।

ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री रहते फडणवीस ने गृह मंत्रालय अपने पास ही रखा था। नाना पटोले ने 27 फरवरी को मीडिया को बताया कि सर्वोच्च न्यायालय ने अपने एक फैसले में कहा है कि फोन टैपिंग के लिए गृह सचिव की अनुमति अनिवार्य होती है। ऐसे में साफ है कि सरकार के किसी वरिष्ठ सदस्य के आशीर्वाद के बिना रश्मि शुक्ला द्वारा फोन टैपिंग की हिम्मत करना नामुमकिन है। इसलिए इस मामले में तत्कालीन गृह मंत्री के रूप में काम करने वाले देवेंद्र फडणवीस की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कि कहा कि तत्कालीन गृह मंत्री भी अवैध फोन टैपिंग के मामले में शामिल थे।

कई नेता-मंत्रियों की फोन टैपिंग के आरोप
नाना पटोले ने कहा कि राज्य में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दौरान 2017-18 में मेरे अलावा शिवसेना, एनसीपी समेत कई मंत्रियों, नेताओं, आईएएस, आईपीएस अधिकारियों के फोन अवैध रूप से टैप किए गए थे। ड्रग्स का धंधा करने वालों को पकडऩे की आड़ में मेरा नाम अमजद खान बता कर फोन की टैपिंग की गई थी और निजामुद्दीन बाबू शेख के नाम पर बच्चू कडू के फोन को टैप किया गया। मैंने विधानसभा में फोन टैपिंग का मुद्दा उठाया था और उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। अब गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा है कि जांच में रश्मि शुक्ला के दोषी पाए जाने पर मामला दर्ज किया गया है।

फोन टैपिंग को लेकर कही ये बात
पटोले ने कहा कि आतंकवादी गतिविधि, मादक पदार्थों की तस्करी जैसे गंभीर मामलों की जांच के लिए विशेष अनुमति के साथ फोन टैपिंग की जाती है लेकिन ड्रग्स मामले में हमारा कोई लेना-देना नहीं है। इसके बावजूद मेरे फोन को टैप किया गया । फोन टैप करके किसी पर नजर रखना अपराध है और यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन है। खुलासा हुआ है कि केंद्र की मोदी सरकार पेगासस के जरिए मंत्रियों, राजनीतिक नेताओं, न्यायपालिका और पत्रकारों की भी इसी तरह जासूसी करती रही है।

फोन टैपिंंग के उद्देश्य पर उठाया सवाल
पटोले ने कहा कि हालांकि रश्मि शुक्ला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन उन्होंने फोन टैपिंग का रिकॉर्ड किसको दिया। फोन टैपिंग का मूल उद्देश्य क्या था। रश्मि शुक्ला को फोन टैपिंग का आदेश किसने दिया। ऐसे कई सवालों के जवाब तलाशना बेहद जरूरी है। पटोले ने राज्य सरकार से फोन टैपिंग मामले की जांच में तेजी लाने और मामले के असली मास्टरमाइंड का पता लगा कर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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