महाराष्ट्र सरकार द्वारा बिजली बकाएदारों पर सख्ती दिखाते हुए उनके बिजली कनेक्शन काटने की चेतावनी दी गई है। इसके खिलाफ किसानों ने आक्रामक रूख अख्तियार कर लिया है। महाराष्ट्र वीज ग्राहक संगठन ने महावितरण कंपनी और राज्य सरकार को चुनौती दी है कि कृषि पंपों की बिजली काटने की मुहिम तुरंत बंद की जाए। सबसे पहले बिजली बिलों की त्रुटियों को दूर किया जाए, इसके बाद बिजली बिलों की वसूली की जाए।
संगठन के अध्यक्ष प्रताप होगाडे के अनुसार महावितरण और राज्य सरकार के खिलाफ किसानों का रोष बढ़ता जा रहा है। किसानों के कृषि पंपों की भेजी गई बिलों में कई त्रुटियां हैं। पहले बिजली बिलों को ठीक किया जाना चाहिए और उसके बाद ही रियायत के तहत बिलों की वसूली की जानी चाहिए। होगाडे ने बताया कि बिजली कनेक्शन या आपूर्ति नहीं होने पर भी बिलिंग जारी है। लाखों कृषि पंप बिजली उपभोक्ताओं को दोगुना बिजली बिल भेजे गए हैं। होगाड़े बताते हैं कि राज्य के कई किसान ऐसे हैं, जिनके कृषि पंप को बिजली कनेक्शन नहीं दिया गया, फिर भी बिल भेजी गई है। अधिकारी कह रहे हैं कि पहले बकाया बिल का भुगतान करो उसके बाद कनेक्शन दिया जाएगा।
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होगाड़े के अनुसार हम कह रहे हैं कि बिल ठीक करो, हम बिल कम करने की मांग नहीं कर रहे हैं। बिल संशोधन से कंपनी या सरकार को कोई नुकसान नहीं होगा। इससे उपभोक्ताओं को राहत और न्याय जरूर मिलेगा। बिलों में सुधार होने पर ही राज्य सरकार और महावितरण की कृषि पंप बिजली बिल राहत योजना सफल हो सकती है।
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