महाराष्ट्र में शिंदे-फड़णवीस सरकार लगातार भारी बारिश से परेशान किसानों को 1000 करोड़ की आर्थिक मदद करेगी। राहत एवं पुनर्वास विभाग के सूत्रों के अनुसार यह मदद स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) के माध्यम से भारी बारिश प्रभावित किसानों के बैंक खातों में पहुंचाई जाएगी। बहुत जल्द राज्य सरकार की ओर से एक हजार करोड़ का फंड एसडीआरएफ को दिया जाएगा, उसके तत्काल बाद प्रभावित किसानों को आर्थिक मदद दी जाएगी।
बारिश ने किया बेहाल
राहत एवं पुनर्वास विभाग के अनुसार लगातार भारी बारिश से जुलाई से 22 अक्टूबर तक की अवधि के दौरान राज्य की 43 लाख हेक्टेयर फसल को नुकसान पहुंचा है। राज्य सरकार अब तक जून-जुलाई में भारी बारिश प्रभावित किसानों को एसडीआरएफ के जरिए 4 हजार 900 करोड़ रुपये की सहायता दे चुकी है। अब अक्टूबर में प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से 1000 करोड़ की आर्थिक मदद दिया जानेवाला है।
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पानी और बीमारी से बर्बाद
मानसून के मौसम की शुरुआत में, जून में औसत से कम बारिश हुई थी। लेकिन, जुलाई से हो रही भारी बारिश के कारण 26.22 लाख हेक्टेयर फसल पानी में डूब गई । उसके बाद लगातार बारिश होती रही और 5.5 लाख हेक्टेयर में लगी फसल अलग तरह की बीमारी की वजह से काली पड़ गई। वहीं, घोंघे के कारण 73 हजार हेक्टेयर पर फसल बर्बाद हो गई। सितंबर माह में एक बार फिर औसत से अधिक बारिश हुई और दो लाख 37 हजार हेक्टेयर की फसल बर्बाद हो गई। इसके बाद किसानों ने प्याज के साथ ज्वार, चना, मक्का, गेहूं की खेती करना शुरू किया, लेकिन फिर से बारिश शुरू हो गई और 1 से 22 अक्टूबर के बीच बुवाई की गई फसल एक बार फिर बह गई। अभी भी ऐसी स्थिति है जहां खेतों में घुटने भर पानी होने के कारण रबी की बुवाई नहीं हो पा रही है।
मुख्यमंत्री का आदेश
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने वरिष्ठ अधिकारियों को किसानों को पूरा मुआवजा देने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसी के तहत यह योजना बनाई गई है कि सहायता की राशि आठ दिनों के भीतर किसानों के खातों में जमा कर दी जाएगी।
राज्य सरकार ने प्राकृतिक आपदा पीड़ितों की राहत के लिए 6 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। जुलाई से सितंबर तक किसानों को अब तक 4900 करोड़ रुपये तक की सहायता दी जा चुकी है। अब अक्टूबर में भारी बारिश से 19 जिलों में किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
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