महाराष्ट्र सरकार राज्य में संभावित तीसरी लहर के लिए सभी को आगाह कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने त्यौहारों के कालखण्ड में सभी से कोरोना दिशानिर्देशों के पालन का आवाहन किया है। इसके साथ ही उन्होंनें राज्य में लॉकडाउन लागू करने का निर्णय ऑक्सीजन की खपत पर निर्भर करता है।
राज्य में स्वास्थ विभाग और मुख्यमंत्री का कोरोना प्रतिबंध लागू करने का कोई विचार नहीं है। सरकार परिस्थिति को बारीकी से देख रही है। कोविड-19 संक्रमितों की संख्या कहां बढ़ रही है? क्यों बढ़ रही है? इन परिस्थितियों और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सलाह के अनुसार ही अगला निर्णय लिया जाएगा।
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ऑक्सीजन की खपत पर लॉकडाउन
राज्य में कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन क्षमता 1300 मेट्रिक टन तक थी। अब यह 1500 मेट्रिक टन तक पहुंच गई है। ऑक्सीजन के 450 प्लांट निर्माण करने का कार्य हाथ में लिया गया है, जिसमें से 250 प्लांट खड़े हो चुके हैं। ऑक्सीजन संग्रहण क्षमता बढ़ाने के साथ ही ड्यूरा सिलेंडर्स की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। इससे राज्य की ऑक्सीजन क्षमता 2000 मेट्रिक टन तक पहुंच जाएगी। केंद्र सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमितों का बड़ा आंकड़ा बताया है। इसलिए जिस दिन 700 मेट्रिक टन तक ऑक्सीजन की खपत पहुंचती है, उस दिन से प्रतिबंध लागू किये जाएंगे।
5 जिले मे 70 प्रतिशत रोगी
महाराष्ट्र में कुल रुग्ण संख्या का 70 प्रतिशत 5 जिलों से है। इसमें अहमदनगर, रत्नागिरी, सातारा, मुंबई, पुणे जिले का समावेश है। इसलिए लोगों को कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करना पड़ेगा।